नेतन्याहू ने रविवार तड़के एक वीडियो संदेश में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं – ‘शांति ताकत के जरिए आती है।’ पहले ताकत दिखाई जाती है, फिर शांति आती है। आज रात, ट्रंप और अमेरिका ने पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की है।
इजराइली पीएम ने कहा कि ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का आपका साहसिक निर्णय इतिहास बदल देगा। अमेरिका ने जो किया है वो कोई अन्य देश नहीं कर सकताPresident Trump and I often say: ‘Peace through strength.’
— Benjamin Netanyahu - בנימין נתניהו (@netanyahu) June 22, 2025
First comes strength, then comes peace.
And tonight, @realDonaldTrump and the United States acted with a lot of strength. pic.twitter.com/7lTWCZkgw7
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के 3 परमाणु ठिकाने बर्बाद किए। जो हमने रात में किया कोई नहीं कर सकता था। अब शांति का समय है। मैंने कोशिश की कि युद्ध ना हो। लेकिन बाद में हमला करना पड़ा। ये कार्रवाई युद्ध रोकने के लिए की। अगर ईरान अब भी नहीं रुका तो और हमले करने होगे।
अमेरिका ने फोर्डो, नतांज़ और एस्फाहान पर बड़ा हमला करते हुए उन्हें तबाह कर दिया। फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया। इसके बाद अमेरिकी विमान यहां से सुरक्षित बाहर निकल गए। ALSO READ: Iran-Israel war : इजराइली हमलों के बाद ईरान में भूकंप, परमाणु ठिकानों पर रहस्यमय झटकों से मचा हड़कंप, क्यों उड़ी परीक्षण की अफवाहें
बहरहाल भले ही अमेरिका और इजराइल अब पश्चिम एशिया में शांति की उम्मीद कर रहे हो। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान जल्द ही पलटवार करेगा। यह भी कहा जा रहा है कि ईरानी सेना पश्चिम एशिया में स्थित किसी अमेरिकी ठिकाने को अपना निशाना बना सकती है। रूस, चीन समेत कई बड़े देश भी इजराइल और ईरान की जंग में अमेरिका की एंट्री से खुश नहीं है।
edited by : Nrapendra Gupta
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