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Gold Price Today: सिर्फ एक दिन में ₹300 सस्ता हुआ सोना! चांदी के रेट ने भी चौंकाया

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Gold Price Today: भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। कमजोर वैश्विक संकेतों और बाजार की अनिश्चितताओं के बीच सोमवार को सोने का भाव 300 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट के साथ 98,600 रुपये पर आ गया। वहीं, चांदी की कीमतों में भी भारी कमी आई और यह 1,100 रुपये सस्ती होकर 1,03,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। यह लगातार पांचवां कारोबारी सत्र है जब इन कीमती धातुओं की कीमतों में कमी दर्ज की गई। लेकिन, क्या यह गिरावट निवेशकों के लिए अवसर है या जोखिम? आइए, इस बदलाव के पीछे के कारणों और इसके प्रभाव को समझते हैं। वैश्विक बाजार का असर

सोने और चांदी की कीमतों में यह गिरावट वैश्विक बाजारों में कमजोर संकेतों का परिणाम है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आर्थिक अनिश्चितताएं, जैसे कि ब्याज दरों में बदलाव और मुद्रा मूल्यों में उतार-चढ़ाव, इन धातुओं की मांग को प्रभावित कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक निवेशकों का ध्यान अब अन्य निवेश विकल्पों, जैसे कि शेयर बाजार और क्रिप्टोकरेंसी, की ओर बढ़ रहा है। इससे सोने और चांदी की मांग में कमी आई है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।

निवेशकों के लिए क्या मायने?

सोने और चांदी को हमेशा से सुरक्षित निवेश माना जाता रहा है, खासकर आर्थिक संकट के समय। लेकिन मौजूदा गिरावट ने निवेशकों के बीच सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह सही समय है सोना या चांदी खरीदने का? बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि कीमतों में यह कमी लंबी अवधि के निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है। खासकर उन लोगों के लिए जो शादी-विवाह या अन्य बड़े अवसरों के लिए सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, यह समय किफायती हो सकता है। हालांकि, अल्पकालिक निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, क्योंकि बाजार में अभी और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं।

भारतीय बाजार पर प्रभाव

भारत में सोना और चांदी न केवल निवेश का साधन हैं, बल्कि यह सांस्कृतिक और भावनात्मक महत्व भी रखते हैं। शादी-विवाह, त्योहारों और अन्य अवसरों पर इन धातुओं की मांग बढ़ जाती है। कीमतों में कमी से ज्वैलर्स और उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। छोटे शहरों और कस्बों में, जहां सोने की खरीदारी बड़े पैमाने पर होती है, यह गिरावट बाजार में नई जान डाल सकती है। हालांकि, आयात शुल्क और करों के कारण कीमतें अभी भी कई लोगों के लिए चुनौती बनी हुई हैं।

भविष्य की संभावनाएं

बाजार विश्लेषकों का अनुमान है कि सोने और चांदी की कीमतों में अभी कुछ समय तक उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। वैश्विक में स्थिरता और निवेशकों का रुझान इन धातुओं की कीमतों को तय करेगा। अगर आप निवेश की योजना बना रहे हैं, तो विशेषज्ञ सलाह लेना और बाजार के रुझानों पर नजर रखना जरूरी है। साथ ही, यह भी महत्वपूर्ण है कि आप अपनी वित्तीय स्थिति और निवेश के लक्ष्यों को ध्यान में रखें।

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