उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में मौसम एक बार फिर करवट लेने को तैयार है। 19 मई 2025 से राज्य के कई हिस्सों में बारिश (Rain) और ठंडी हवाओं का दौर शुरू हो सकता है। मौसम विभाग (IMD) ने उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जैसे पहाड़ी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के सक्रिय होने के कारण होने की उम्मीद है। आइए, जानते हैं कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड का मौसम कैसा रहेगा और इसका स्थानीय लोगों व पर्यटकों पर क्या असर पड़ेगा।
पहाड़ों में बारिश, मैदानों में कोहरामौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, 19 मई को उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बादल छाए रहेंगे। उत्तरकाशी और चमोली जैसे जिलों में हल्की बारिश के साथ कुछ स्थानों पर तेज हवाएं भी चल सकती हैं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों, खासकर 2800 मीटर से अधिक ऊंचाई पर, हल्का हिमपात (Snowfall) भी हो सकता है। वहीं, देहरादून, हरिद्वार और उधम सिंह नगर जैसे मैदानी इलाकों में सुबह के समय कोहरा (Fog) छाने की संभावना है, जिससे दृश्यता कम हो सकती है। यह मौसम पर्यटकों के लिए रोमांचक होने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए सावधानी बरतने का संदेश भी लाता है।
पश्चिमी विक्षोभ लाएगा बदलावमौसम विशेषज्ञों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तराखंड में तापमान (Temperature) में हल्की गिरावट देखने को मिल सकती है। उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग जैसे क्षेत्रों में दिन का अधिकतम तापमान 25-27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है, जबकि रात में यह 15-18 डिग्री तक नीचे जा सकता है। बारिश के कारण सड़कों पर फिसलन और कुछ जगहों पर भूस्खलन (Landslide) का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए, यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा से पहले मौसम की ताजा जानकारी ले लें और जरूरी सावधानियां बरतें।
पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए सुझावउत्तराखंड के पहाड़ी इलाके अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाने जाते हैं, और बारिश इस खूबसूरती को और निखार देती है। लेकिन बारिश के साथ कुछ चुनौतियां भी आती हैं। पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे बारिश से बचने के लिए उपयुक्त कपड़े और जूते साथ रखें। स्थानीय निवासियों को भी सुझाव है कि वे अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि बारिश से होने वाले नुकसान से बचा जा सके। इसके अलावा, कोहरे के कारण वाहन चालकों को धीमी गति से गाड़ी चलाने और लाइट्स का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
मौसम का असर: ठंड बढ़ेगी, पर्यटन को मिलेगा बढ़ावामौसम के इस बदलाव से उत्तराखंड में ठंड का अहसास बढ़ेगा, जो गर्मी से राहत देगा। बारिश और हल्के हिमपात की संभावना पर्यटकों को आकर्षित कर सकती है, खासकर उन लोगों को जो पहाड़ों की हरियाली और ठंडी हवाओं का लुत्फ उठाना चाहते हैं। औली, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे स्थानों पर हल्का हिमपात सैलानियों के लिए यादगार अनुभव बन सकता है। हालांकि, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सावधानी बरतना जरूरी है, क्योंकि तेज हवाएं और बारिश यात्रा को प्रभावित कर सकती हैं।