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अहमदाबाद में प्लेन क्रैश साजिश? अमेरिकी रिपोर्ट में किया चौंकाने वाला दावा!

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12 जून को अहमदाबाद के आसमान में एक भयावह विमान हादसा हुआ, जिसने पूरे देश को झकझोर दिया। इस दुर्घटना में 270 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस त्रासदी ने कई सवाल खड़े किए हैं, और अब एक नई अमेरिकी रिपोर्ट ने इस हादसे को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। 'द वाल स्ट्रीट जर्नल' की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, विमान के कॉकपिट में हुई बातचीत से संकेत मिलता है कि सीनियर पायलट ने जानबूझकर फ्यूल स्विच बंद किया था, जिसके चलते यह हादसा हुआ। यह दावा न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि भारतीय जांच एजेंसियों की प्रारंभिक रिपोर्ट से भी उलट है। आइए, इस मामले को गहराई से समझते हैं।

हादसे की शुरुआती जांच और सवाल

जून में हुए इस हादसे की शुरुआती जांच में भारतीय एजेंसियों ने बताया था कि विमान का इंजन फ्यूल स्विच बंद होने के कारण ठप हो गया, जिससे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर क्रैश हो गया। हालांकि, उस रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया गया कि फ्यूल स्विच किसने और क्यों बंद किया। जांच में पायलटों के बीच हुई बातचीत का जिक्र तो था, लेकिन यह नहीं बताया गया कि किस पायलट ने क्या कहा। इस अस्पष्टता ने कई सवाल खड़े किए, और अब अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट ने इस रहस्य को और गहरा कर दिया है।

कॉकपिट में क्या हुआ था?

'द वाल स्ट्रीट जर्नल' की रिपोर्ट के मुताबिक, कॉकपिट में मौजूद फर्स्ट ऑफिसर पायलट ने सीनियर पायलट से आश्चर्यचकित होकर पूछा, "आपने फ्यूल स्विच क्यों बंद कर दिया?" इस सवाल का सीनियर पायलट ने कोई जवाब नहीं दिया और चुप रहे। फर्स्ट ऑफिसर की घबराहट और सीनियर पायलट की खामोशी ने इस घटना को और संदिग्ध बना दिया। ज्यादा अनुभव होने के कारण सीनियर पायलट के पास कॉकपिट की कमान थी, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि फ्यूल स्विच बंद करने का फैसला उनका ही था। यह खुलासा इस हादसे को एक नया मोड़ देता है।

पायलटों का अनुभव और उनकी भूमिका

इस विमान को उड़ा रहे दो पायलट थे—सुमीत सभरवाल और क्लाइव कुंदर। सुमीत सभरवाल के पास 15,638 घंटों का उड़ान अनुभव था, जो उन्हें इस उड़ान का सीनियर पायलट बनाता था। वहीं, क्लाइव कुंदर के पास 3,403 घंटों का अनुभव था। अनुभव के इस अंतर के चलते कॉकपिट में सुमीत का दबदबा था। अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीनियर पायलट की ओर से फ्यूल स्विच बंद करने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया, जिसने फर्स्ट ऑफिसर को हैरान कर दिया। यह सवाल अब भी अनुत्तरित है कि क्या यह एक मानवीय भूल थी या जानबूझकर किया गया कृत्य।

फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स की नाराजगी

इस अमेरिकी रिपोर्ट का सामने आना फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) की नाराजगी के बीच हुआ है। FIP ने पहले ही भारतीय जांच एजेंसी की प्रारंभिक रिपोर्ट पर सवाल उठाए थे, जिसमें हादसे के कारणों को पूरी तरह स्पष्ट नहीं किया गया। अब इस नई रिपोर्ट ने पायलटों की भूमिका और उनकी मंशा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। FIP का मानना है कि इस तरह की गंभीर घटनाओं की जांच में पारदर्शिता जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।

क्या है इस हादसे का सच?

यह हादसा और उससे जुड़े दावे कई सवाल छोड़ गए हैं। क्या सीनियर पायलट ने वाकई जानबूझकर फ्यूल स्विच बंद किया था? अगर हां, तो इसके पीछे उनकी मंशा क्या थी? या फिर यह एक तकनीकी खामी थी, जिसे गलत समझा जा रहा है? भारतीय जांच एजेंसी ने अभी तक इस दावे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन इस अमेरिकी रिपोर्ट ने जनता और विशेषज्ञों के बीच चर्चा को और तेज कर दिया है। इस हादसे ने न केवल विमानन सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर किया है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और क्या कदम उठाए जाने चाहिए।

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