– आईएसआईएस के सिग्नेचर स्टाइल में हाे रहा अवैध धर्मांतरण का काम
लखनऊ, 19 जुलाई (Udaipur Kiran) । अवैध धर्मांतरण के खिलाफ उत्तर प्रदेश पुलिस का अभियान जारी है। हाल ही में बलरामपुर जिले से गिरफ्तार जमालुद्दीन उर्फ छांगुर के गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। इसी कड़ी में छांगुर की तरह ही एक और गैंग का आगरा पुलिस ने शनिवार काे खुलासा किया है। गिराेह में शामिल दस लोग अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किये गए हैं। ये लाेग प्रेलाेभन देकर कम उम्र की लड़कियाें को फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन कराते थे। इस काम के लिए इन्हें विदेशाें से फंडिंग हाेती है।
लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में शनिवार दोपहर को आगरा पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के साथ पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने प्रेसावर्ता की। डीजीपी ने बताया कि पुलिस आयुक्त दीपक कुमार के नेतृत्व में कार्य करते हुए पुलिस ने छह राज्यों से 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम गोवा निवासी आयशा, पश्चिम बंगाल के कोलकाता निवासी अली हसन, ओसामा, आगरा से रहमान कुरैशी, मुजफ्फरनगर निवासी अब्बू तालिब, उत्तराखंड के देहरादून निवासी अबुर रहमान, राजस्थान के जयपुर निवासी मोहम्मद अली, जुनैद कुरैशी, दिल्ली का मुस्तफा और जयपुर का मोहम्मद अली है।
डीजीपी ने बताया कि पकड़े गए लोगों से पूछताछ में पता चला है कि ये विभिन्न राज्यों में रहने वाली कम उम्र की लड़कियों को प्रलोभन, लव जिहाद एवं अन्य तरीके से प्रभावित कर धर्मांतरण का कार्य करते थे। अतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के सिग्नेचर स्टाइल में अवैध धर्मांतरण का काम करने का यह ढंग है।
डीजीपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में इस ग्रुप का संबंध पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई), सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और पाकिस्तान आतंकी संगठनों से भी होने के संकेत मिले है। मामले की कार्रवाई में आगरा पुलिस के साथ एसटीएफ, एटीएस को भी लगाया गया है। जरूरत पड़ने पर राज्यों और केंद्रीय जांच एजेंसी का भी सहयोग लिया जाएगा।
कनाडा और अमेरिका से हो रही थी फंडिंग
आगरा पुलिस आयुक्त दीपक कुमार ने बताया कि मार्च महीने में दो सगी बहनों की गुमशुदी थाना सदर बाजार में दर्ज की गई। पुलिस ने साइबर सेल की मदद ली। घटना की तह तक जाने पर पता चला कि कई प्रदेश में बैठे हुए ऐसे लोग जो लव जिहाद में संलिप्त थे, उनकी फंडिंग कनाडा और अमेरिका से हो रही थी। साक्ष्य जुटाने के बाद पश्चिम बंगाल, गोवा, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अभियान चलाकर उपरोक्त 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
अभियुक्तों का अलग-अलग रोल
पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस नेटवर्क में लव जिहाद के उपयोग के लिए इन लोगों को विदेश से प्राप्त धन और धर्म परिवर्तन के साक्ष्य मिले हैं। अभियुक्त अलग-अलग रोल निभाते थे, जिसमें फंड प्राप्त करना, फंड को चैनलाइज करना, सैफ हाउस देना, लीगल एडवाइस देना, प्रेम जाल में फंसाना, धर्म परिवर्तन के लिए सब्जबाग दिखाकर प्रेरिक करना, धर्म परिवर्तन के लिए कागज तैयार करना आदि चीजें शामिल है। उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही हैं, जिसमें और बड़े खुलासे होंगे।
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(Udaipur Kiran) / दीपक
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