भोपाल, 10 अगस्त (Udaipur Kiran) । केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर संवेदनशीलता दिखाई है। उन्होंने मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के कैंसर पीड़ित 12 वर्षीय बच्चे हर्ष सक्सेना के इलाज में योगदान देने की बात कही है, साथ ही यह भी अपील की है कि बाकी लोग भी सहयोग के लिए आगे आएं।
केन्द्रीय मंत्री चौहान ने रविवार को सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि आज मुरैना जिले के गांव वीलपुर निवासी भांजे हर्ष सक्सेना के विषय में समाचार पढ़ा। हर्ष कैंसर पीड़ित हैं और उसके उपचार के लिए वीलपुर गांव के भाइयों बहनों ने राशि इकट्ठा कर मानवता की मिसाल पेश की है। ‘परहित सरिस धर्म नहिं भाई’ की भावना को चरितार्थ करने के लिए मैं सभी गांववासियों की प्रयासों की सराहना करता हूँ।
उन्होंने कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा करना हमारा धर्म है और कर्तव्य भी। मैं भी बेटे हर्ष के इलाज में अपना योगदान दूंगा और समुचित इलाज में हर संभव सहयोग के लिए तत्पर रहूंगा। साथ ही मैं आप सभी भाइयों बहनों से अपील भी करता हूं कि भांजे हर्ष की मदद के लिए आगे आएं और सहयोग करें। हम सभी के सहयोग से हर्ष शीघ्र स्वस्थ हो, ईश्वर से यही प्रार्थना है।
दरअसल, हर्ष सक्सेना नाम का मासूम मुरैना जिले के अंबाह विकासखंड के बिलपुर गांव का रहने वाला है। उसे ब्लड कैंसर की बीमारी है और उसका इलाज चल रहा है। हर्ष के पिता बंटी सक्सेना की मौत 29 जुलाई को ब्लड कैंसर से हुई थी। परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है। मां ज्योति गृहणी हैं और इलाज के लिए कोई स्थायी साधन नहीं है। बस पुश्तैनी जमीन ही सहारा है। रक्षाबंधन के दिन आसपास के गांवों से सैकड़ों बहनें हर्ष को राखी बांधने आईं और उसकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की। यह दृश्य देखकर गांव के लोग भी भावुक हो गए। यह समाचार रविवार को अखबारों में प्रकाशित हुआ, जिसे पढ़ने के बाद केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान मासूम बच्चे की मदद से लिए आगे आए और उसके इलाज में योगदान का ऐलान किया।
(Udaipur Kiran) तोमर
You may also like
फ्रिज में कितने दिन तक स्टोर कर केˈ रख सकते हैं अंडे जानिए खरीदने के कितने दिन बाद तक है खाना
AUS vs SA: Glenn Maxwell T20I में अनोखा रिकॉर्ड बनाने की दहलीज पर, दुनिया के 3 क्रिकेटर ही कर पाए हैं ऐसा
फिटकरी के अद्भुत उपाय: वास्तु दोष और आर्थिक समृद्धि के लिए
कामुक मां की घिनौनी हरकतें: 'काश तुम 18ˈ साल के होते' गर्दन पर किया Kiss कपड़े उतारे और…
ग़ज़ा: इसराइली हमले में अल जज़ीरा के चार पत्रकारों की मौत