धमतरी, 28 मई . कुरुद और धमतरी में नशीली दवाईयाें का अवैध कारोबार जमकर चल रहा है. पुलिस कई बार इस अवैध कारोबार से जुड़े लोगों पर पकड़कर कार्रवाई भी की है. ऐसे अवैध कारोबार से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसने के लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के दल ने बुधवार को 31 मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया. टीम के अधिकारी-कर्मचारियों ने चार दवाओं का नमूना लेकर जांच के लिए राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा है. डाक्टर के बिना पर्ची कई नशीली दवाईयाें की बिक्री बेखौफ हो रहा है, लेकिन ऐसे संचालकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है. कुछ पान ठेलों व डेलीनीड्स की दुकानों में यह अवैध कारोबार चल रहा है.
जिले में स्वापक और मनःप्रभावी नशीली दवाओं की अवैध बिक्री तथा नशे के रूप में दुरूपयोग को रोकने के साथ ही आम लोगों सहित मरीजों को गुणवत्तायुक्त औषधियां उपलब्ध हो, इसके लिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के दल ने शहर व ग्रामीण अंचलों के 31 मेडिकल स्टोर्स का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान दवाओं की खरीद-बिक्री से संबंधित दस्तावेज, अभिलेख और रजिस्टर की बारीकी से जांच की गई. नशीली दवाओं को पंजीकृत चिकित्सक की पर्ची पर ही बेचने के सख्त निर्देश दुकान संचालकों को दिए हैं. निरीक्षण के समय 24 दुकानों में सीसी टीवी लगा हुआ पाया गया, शेष दुकानों में भी जल्द से जल्द सुरक्षा की दृष्टि से सीसी टीवी कैमरा लगाने के निर्देश दल द्वारा दिए गए है. निरीक्षण दल द्वारा धमतरी के स्वामी मेडिकल एजेंसी तथा सिविल अस्पताल कुरूद के ड्रग स्टोर से दवाईयों का नमूना जांच के लिए लिया गया है. साथ ही इन दवाओं को राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशाला रायपुर भेजा गया है.
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा नशीली दवाओं की अवैध बिक्री तथा अमानक दवाओं पर लगातार कार्रवाई की जा रही है, जिससे इन दवाओं की बिक्री पर अंकुश लगेगा. मालूम हो कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियमावली के अनुसार नशीली दवाओं को पंजीकृत चिकित्सक की पर्ची पर ही बेचने के सख्त निर्देश दुकान संचालकों को दिए है, लेकिन कई जगह इसका पालन नहीं किया जा रहा है. डाक्टर के बिना पर्ची के ही नशीली दवाईयां ज्यादातर युवकों को बेचा जा रहा है, जो टेबलेट व सीरप का उपयोग नशा के लिए करते हैं. पान ठेलों व डेलीनीड्स की दुकानों में इस तरह की कई शिकायतें भी समय-समय पर मिलती है. इन तक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के हाथ नहीं पहुंच पा रही है, यही वजह है कि नशीली दवाईयों के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों का हौसला बुलंद है. निरीक्षण के समय सहायक औषधि नियंत्रक संजय राजपूत, औषधि निरीक्षक संदीप कुमार सूर्यवंशी, सुमित देवांगन, लुकेश कुमार साहू शामिल रहे.
/ रोशन सिन्हा
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