जयपुर, 26 जुलाई (Udaipur Kiran) । जयपुर शहर के एसआरके हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने दो सालों से बेड पर लेट कर अपना जीवन जी रही वाटिका निवासी 62 वर्षीय बुजुर्ग महिला छोटा देवी को नया जीवन देकर उन्हें अपने पैरों पर चलाने में सफलता हासिल की है। हॉस्पिटल के जॉइंट रिप्लेसमेंट एंड ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विकास गुप्ता के निर्देशन में बुजुर्ग महिला का सफल इलाज हुआ।
डॉ. विकास बताते हैं कि बुजुर्ग महिला कूल्हे के अंदर एक गांठ से सात वर्ष से परेशान थी और पिछले दो साल से पूरी तरह चलना फिरना बंद था। महिला के अस्पताल में आने के बाद जांच में डायग्नोस किया गया कि उन्हें कुल्हे की बॉल से जांघ की हड्डी तक मेलिगनेंट कोड्रोसारकोमा फैला हुआ था, जिससे पैर काटने तक की नौबत भी आने वाली थी। इसके बाद परिजनों की सहमति लेकर मरीज का ऑपरेशन किया गया। डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस जटिल ऑपरेशन में एक सिंगल डिसेक्शन में पूरा ट्यूमर हटाया गया, अमूमन इस तरह के ट्यूमर हटाते समय यह टूट जाता है, जिससे यह आसपास फैल जाता है लेकिन चिकित्सकीय अनुभव के चलते इसे पूरा ही एक बार में निकाल दिया गया। इसके बाद मरीज का जितना पार्ट कूल्हे से निकाला गया उतने ही हिस्से में टाइटेनियम मेटल के ट्यूमर मेगा प्रोस्थेसिस से इम्प्लांट करके रिप्लेस कर कूल्हे का जोड रिकंस्ट्रक्ट कर दिया गया। ऑपरेशन सफल रहने के बाद महिला अगले ही दिन से स्वयं के पैरों पर चलने लग गई और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश शर्मा ने बताया कि यहां उपलब्ध अत्याधुनिक तकनीकों के साथ एक्सपर्ट चिकित्सकों की टीम के चलते जटिल समस्याओं का समाधान आसानी से कर पा रहे हैं एवं सफलता की संभावना भी बढ़ जाती है।
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(Udaipur Kiran)
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