कानपुर, 05 जुलाई (Udaipur Kiran) । जनपद में शनिवार को हुई झमाझम बारिश ने जहां गर्मी से जूझ रहे लोगों को थोड़ी राहत प्रदान की तो वहीं नगर निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाएं हैं। महज कुछ घंटों की बारिश के बाद ही शहर के कई इलाकों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सड़कों पर पानी भरने से जगह-जगह वाहनों की रफ्तार भी धीमी पड़ गयी और शहरवासियों में आक्रोश भी देखने को मिला।
बारिश से पहले महापौर प्रमिला पांडेय ने नगर निगम अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे कि नालों की समय से सफाई कराई जाए और सड़कों के गड्ढों को भी भरवाया जाए, ताकि बारिश के समय लोगों को परेशानी न हो लेकिन हकीकत इसके विपरीत देखने को मिली। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों ने मेयर के आदेशों को नज़रअंदाज़ कर दिया, जिससे शहरवासियों को खामियाजा भुगतना पड़ा।
जनता अब सवाल उठा रही है कि आखिर बारिश से पहले की तैयारियों के नाम पर नगर निगम ने सिर्फ कागजी कार्यवाही ही क्यों की? प्रशासनिक लापरवाही का यह आलम बताता है कि मानसून से पहले की तैयारियां केवल औपचारिकता बनकर रह गई हैं। नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने बताया बारिश को लेकर सभी जोन के अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है कुछ जगहों पर जलभराव हुआ है जल्द ही समस्या का समाधान कर लिया जाएगा। वहीं चंद्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एस एन सुनील पांडे ने बताया कि आज 43 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
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