हिसार, 23 जून (Udaipur Kiran) । सर्वोदय भवन में साहित्यकार डॉ. विक्रमजीत की दो पुस्तकों क्रमश: अमृत रस और नाम दीक्षा : अमृत भिक्षा (काव्य) का विधिवत विमोचन किया गया। विमोचन कार्यक्रम में वक्ताओं ने दोनों पुस्तकों को मानव जीवन के लिएउपयोगी बताया।
इस अवसर पर चंडीगढ़ से पहुंचे नामी इतिहासकार डॉ. एमएम जुनेजा, केके शारदा, पूर्व प्रिंसीपल आईजे नाहल व डॉ. सत्यपाल शर्मा ने दोनों पुस्तकों का विमोचन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सीनियर एडवोकेट पीके संधीर ने की। साहित्यकार डॉ. विक्रमजीत की यह 31वीं व 32वीं पुस्तक हैं। दोनों पुस्तकों की समीक्षा करते हुए अखिल भारतीय साहित्य परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. सत्यपाल शर्मा ने कहा कि इन पुस्तकों में रुहानी (आंतरिक भक्ति) व पूर्ण संत की महिमा का बखान किया गया है। इस अवसर पर बनी सिंह जांगड़ा, आकाशवाणी के डायरेक्टर पवन कुमार, सुरेश जैन, धर्मबीर शर्मा, डॉ. महेन्द्र सिंह विवेक, बनवारी लाल, करतार सिंह सिवाच, अनिल जौहर, डॉ. पीके कालड़ा, हरीश यादव, धनराज आदि भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
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