Prayagraj, 30 अक्टूबर (Udaipur Kiran) . इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) ने Indian सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, इलाहाबाद के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रो. सतीश कुमार सिंह को राष्ट्रीय स्तर पर इंजीनियरिंग अनुसंधान और नवाचार में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रतिष्ठित इंजीनियर पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया है.
उक्त जानकारी गुरुवार को ट्रिपल आईटी के मीडिया प्रभारी डॉ पंकज मिश्रा ने दी. उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) की ओर से 27-28 अक्टूबर को तमिलनाडु के सेलम में आयोजित कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के 38वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान प्रदान किया गया. इस सम्मेलन में देश भर के प्रमुख इंजीनियर, वैज्ञानिक, शिक्षाविद, उद्योग विशेषज्ञ और नीति निर्माता एकत्रित हुए. यह राष्ट्रीय सम्मान डॉ. सिंह की वैज्ञानिक दृष्टि, अनुसंधान उत्कृष्टता और राष्ट्र निर्माण में प्रौद्योगिकी संचालित योगदान को मान्यता देता है.
ज्ञातव्य है कि, 105 वर्ष पुरानी इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) देश की सबसे प्राचीन पेशेवर संस्था है, जिसका गठन ब्रिटिश काल में किंग जॉर्ज पंचम द्वारा प्रदत्त रॉयल चार्टर के अंतर्गत किया गया था.
डा. सिंह को यह सम्मान कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), मशीन लर्निंग, कम्प्यूटर विज़न तथा इमेज प्रोसेसिंग के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट अनुसंधान, तकनीकी नवाचार और समाजोन्मुख प्रौद्योगिकी विकास के लिए प्रदान किया गया है. उनके नेतृत्व में विकसित तकनीकें जैसे जलमग्न वस्तु पहचान, स्केच-से-चेहरा पुनर्निर्माण, मवेशी रोग निदान, स्वचालित वाहन नियंत्रण और साइबर सुरक्षा के लिए एआई समाधान—देश की सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं डिजिटल बुनियादी ढांचे को सशक्त बना रही है.
पीआरओ ने बताया कि डॉ सिंह ने डीआरडीओ, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, गृह मंत्रालय तथा Uttar Pradesh विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं की ओर से प्रायोजित कई करोड़ रुपये की अनुसंधान परियोजनाओं का सफल नेतृत्व किया है. उनके 125 से अधिक शोधपत्र अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं और कई वैज्ञानिक पत्रिकाओं के सह-संपादक भी हैं.
पूर्व में उन्हें आई.ई.ई.ई से इंटरनेशनल डिस्टिंग्विश्ड लेक्चरर (2024–25), मिड-कैरियर टीचर अवॉर्ड (2024) और यंग अचीवर अवॉर्ड (2023) जैसे सम्मान प्राप्त हो चुके हैं. वे आई.ई.ई.ई के वरिष्ठ सदस्य, इंस्टीटूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) एवं इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्यूनिकेशन इंजीनियर्स के फेलो सदस्य हैं.
डा. सिंह के निर्देशन में एक दर्जन से अधिक शोधार्थियों ने अनुसंधान कार्य पूर्ण किया है. उनके नेतृत्व में ट्रिपल आईटी इलाहाबाद में कृत्रिम बुद्धिमत्ता एवं मशीन लर्निंग के क्षेत्र में विश्वस्तरीय अनुसंधान और नवाचार के परम्परा की शुरुआत हुई है. संस्थान परिवार ने उनकी इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई दी है.
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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
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