जौनपुर,23 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश गो-सेवा आयोग के उपाध्यक्ष महेश कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में तथा जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चंद्र की उपस्थिति में जनपद मे स्थापित अस्थायी/स्थायी गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश के भरण-पोषण, संचालन तथा प्रबन्धन एवं अनुश्रवण की समीक्षा समिति की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई।
बैठक में उपाध्यक्ष द्वारा जनपद में स्थापित गो-आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंश हेतु नेपियर घास रोपण, हरा चारा बुवाई की प्रगति, गोवंशों को मानक के अनुसार भूसा, चोकर एवं दाना इत्यादि खिलाए जाने के समय सारिणी, डाइट चार्ट, जनपद में संचालित अस्थायी, स्थायी गो-आश्रय स्थलों में वर्मी कंपोस्ट के निर्माण की प्रगति, बरसात के मौसम के दृष्टिगत गो-शालाओं में जल भराव, पानी के निकास की व्यवस्था, निराश्रित गोवंशों के संरक्षण सहित अन्य बिन्दुओं की समीक्षा की। उन्हाेंने निर्देशित किया कि गौशालाओं में चारा, भूसा, चोकर पर्याप्त मात्रा में होना चाहिए। छोटे गोवंश/बछड़े को अलग रखा जाए। पशुचिकित्सा अधिकारियों को गोवंशों के नियमित चिकित्सकीय जांच के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गो-आश्रय स्थलों में जल भराव की समस्या नहीं होनी चाहिए। पानी निकासी की व्यवस्था अवश्य होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन तथा जिलाधिकारी की सराहना करते हुए कहा कि नैपियर घास की बोआई गोवंशों हेतु पौष्टिक आहार की दिशा में सार्थक और अच्छा पहल है। इससे गोवंश स्वस्थ रहेंगे।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव
You may also like
ज्यादा सुंदर दिखने की चाहत में चेहरा बिगाड़ बैठीं ये हसीनाएं किसीˈ के सूजे होंठ किसी का बिगड़ा माथा
कौन से धर्म के लोग सबसे ज़्यादा गालियाँ देते हैं? इसे पढ़नेˈ के बाद बदल जाएगी आपकी सोच
आटे को कीड़ों से बचाने के लिए किचन में मौजूद इन चीजोंˈ का करें इस्तेमाल
इस कचोड़ी वाले दद्दू को देश कर रहा नमन साइकिल पर फर्राटेदारˈ अंग्रेजी बोल बेचते हैं टैस्टी कचोड़ी
न करें नजरअंदाज. लीवर को सड़ा देती है ये बीमारी आंखों मेंˈ पीलापन समेत दिखते हैं ये लक्षण