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जींद : मिट्टी की उर्वरा शक्ति बनाए रखने के लिए करवाएं मिट्टी की जांच: डा. धीरज पंघाल

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जींद, 4 जून (Udaipur Kiran) । कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा एवं कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा बुधवार को विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत गांव रधाना, सिंध्वीखेड़ा व खरकरामजी गांवों में किसानों से रूबरू हुए। कृषि विज्ञान केंद्र पांडु पिंडारा के डा. धीरज पंघाल ने बताया कि किसान वर्ग के कल्याणार्थ एवं उनकी समस्याओं को जानने व उनके निदान के लिए बहुत बड़े स्तर पर यह अभियान चलाया जा रहा है।

किसान और वैज्ञानिक एक-दूसरे के पूरक हैैं। जहां किसान वहीं वैज्ञानिक होते हैं तथा कृषि क्षेत्र में दोनों का महत्व है। इस अभियान के लिए जिले में तीन टीमें गठित की गई हैं। कार्यक्रम के तहत पहली टीम में शामिल भारतीय परिषद कृषि अनुसंधान, नई दिल्ली से डा. अश्विनी कुमार, डा. भास्कर, डा. जोगेंद्र, डा. राजेश मौसम वैज्ञानिक, सुरेंद्र मित्तल, पशुपालन एवं डेयरी विभाग से डा. महावीर गोदारा पशु चिकत्सक शामिल रहे। उन्होंने धान में बीजोपचार का महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 10 लीटर पानी में 10 ग्राम कार्बेन्डाजिम व 1 ग्राम स्ट्रेप्टोसाईक्लिन घोल लें और इस घोल में 10 से 12 किलोग्राम बीज 24 घंटे तक भिगोएं। इसके बाद बीज को घोल से निकाल कर छाया में पक्के फर्श या बोरी पर ढेर के रूप में डालें व गीली बोरी से 24 से 36 घंटे तक ढक दें। समय-समय पर बीज पर पानी छिड़क कर बीज को गीला रखें ताकि अंकुरण हो सके। इस टीम ने गांव डूमरखां कलां, डूमरखा खुर्द व तरखां गावों के किसानों को जागरूक किया। डा. प्रीति मलिक ने प्राकृतिक खेती बारे जानकारी दी। इस टीम ने आज गांव निडानी, निडाना व पड़ाना गावों के किसानों को जागरूक किया।

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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा

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