धमतरी, 7 सितंबर (Udaipur Kiran) । शहर के भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र में 100 से अधिक डेयरियां हैं। इन डेयरियों से लोग हलकान हैं। जगह-जगह गोबर फैलने से लोगों को काफी परेशानी होती है। इन डेयरियों को शहर से हटाने के मामले में निगम प्रशासन पूरी तरह से फेल है। पिछले 11 सालों से सिर्फ कोशिश हो रही है। गोबर के कारण निकासी नालियां जाम हैं, इससे परेशानी और बढ़ गई है।
नगर निगम धमतरी के कुल 40 में से अधिकांश में डेयरी संचालित है। इन संचालित डेयरियों की गंदगी और बदबू से शहरवासी परेशान है। नगर निगम प्रशासन इन्हें हटाने के लिए विगत 11 सालों से प्रयास कर रही है। जिसमें अब तक निगम को सफलता नहीं मिली है। नगर निगम के महापौर बनने के बाद रामू रोहरा ने डेयरी संचालकों की बैठक लेकर सख्त हिदायत दी थी कि शहर में संचालित सभी डेयरियों को गोकुल नगर के लिए चयनित स्थल सोरम-भटगांव में जाना होगा। इसके बाद डेयरी संचालकों ने निगम प्रशासन के साथ बैठक कर अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए गोकुल नगर में बसने में असमर्थता जताते हुए जाने से स्पष्ट मना कर दिया। इसके बाद से गोकुल नगर बसाने और शहर से डेयरी हटाने का मुद्दा ठंडे बस्ते में चला गया है। निगम के जनप्रतिनिधि और अधिकारी डेयरी संचालकों के आगे बौना साबित हो रहा है।
जानकारी के अनुसार नगर निगम क्षेत्र के रिसाइपारा पूर्व, रिसाइपारा पश्चिम, आमापारा, कोष्टापारा, टिकरापारा, लालबगीचा, रामसागरपारा, नयापारा वार्ड, आंबेडकर वार्ड सहित अन्य जगहों पर छोटी से बड़ी डेयरी संचालित है। यहां मवेशियों को रखने के लिए जगह नहीं है। डेयरी संचालक दूध निकलने के लिए मवेशियों को ले जाते हैं। इसके बाद फिर से रोड में स्वतंत्र छोड़ देते है। गोबर को नालियों में बहा रहे हैं, इसके बदबू से लोग परेशान है। कई बार वार्डवासी निगम में डेयरी की गंदगी और बदबू की समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन आज भी यह समस्या जस की तस बनी हुई है।
इस संबंध में महापौर रामू रोहरा ने बताया कि शहर के डेयरी संचालकों ने सोरम-भटगांव के गोकुलनगर में कई खामियां गिनाकर जाने से स्पष्ट मना कर दिया। बैठक के बाद से उनकी किसी तरह प्रतिकि्रया नहीं आई है। डेयरी संचालकों को हटाने तीन से चार माह का समय दिया गया है। संचालकों ने डेयरी के लिए स्वयं के द्वारा जमीन खरीदकर शिफ्ट करने की बातें जरूर कही है। कुछ लोगों ने जमीन भी खरीद लिया है। अल्टीमेटम का समय खत्म होने के बाद डेयरियों को हटाने निगम द्वारा पहल किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
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