समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में कूड़े में बड़ी संख्या में वीवीपैट पर्चियाँ मिलीं। प्रशासन ने मौके से पर्चियाँ जब्त कर ली हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया है कि समस्तीपुर के जिलाधिकारी को मामले की जाँच के निर्देश दिए गए हैं। चूँकि ये मॉक पोल की वीवीपैट पर्चियाँ हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की शुद्धता बनी रहती है। जिलाधिकारी ने चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को भी इसकी सूचना दे दी है। हालाँकि, संबंधित सहायक निर्वाचन अधिकारी (ARO) को लापरवाही के आरोप में निलंबित कर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।
जिलाधिकारी ने मौके पर जाँच की
इस बीच, समस्तीपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा, "हमें सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में डिस्पैच सेंटर के पास कुछ पर्चियाँ मिलीं। मैं अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुँचा और उम्मीदवारों की मौजूदगी में पर्चियों को जब्त कर लिया। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दो अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जाँच और निलंबन की अनुशंसा की गई है।"
अफवाहें न फैलाने की अपील
जिलाधिकारी ने कहा कि जाँच से इन पर्चियों की सही तारीख का पता चल जाएगा। अफवाहों से बचने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से तकनीकी मामला है और जाँच के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
प्रशासन मामले की जाँच कर रहा है
यह घटना सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में हुई, जहाँ शीतलपट्टी गाँव के पास कूड़े में हज़ारों वीवीपैट पर्चियाँ मिलीं। ज़िला मजिस्ट्रेट के अनुसार, यह सामग्री कमीशनिंग/डिस्पैच सेंटर के पास मिली, जहाँ कटी हुई पर्चियों के साथ कुछ बिना कटी हुई पर्चियाँ भी मिलीं। प्रशासन ने मौके से पर्चियाँ ज़ब्त कर ली हैं और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
ज़िला मजिस्ट्रेट ने स्पष्ट किया कि कमीशनिंग के दौरान, 5% मशीनों पर 1,000-1,000 वोटों का मॉक पोल किया जाता है और सभी उम्मीदवारों के चुनाव चिह्नों के लोड होने की पुष्टि के लिए बटन-प्रेस टेस्ट किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि मौके पर बड़ी संख्या में कटी हुई/कटी हुई पर्चियाँ भी मिलीं, और जाँच जारी है।
राजद ने चुनाव आयोग से सवाल किया
राजद ने इस मामले को लेकर चुनाव आयोग से सवाल किया है। राजद ने ट्वीट कर कहा कि समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में केएसआर कॉलेज के पास सड़क पर बड़ी संख्या में ईवीएम की वीवीपैट पर्चियाँ फेंकी हुई मिलीं। ये पर्चियाँ कब, कैसे और क्यों फेंकी गईं? क्या चुनाव आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह किसी बाहर से आकर बिहार में डेरा जमाए बैठे लोकतंत्र के लुटेरे के इशारे पर हो रहा है? राजद सांसद मनोज झा ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर ईवीएम स्ट्रांग रूम की सुरक्षा सुनिश्चित करने की माँग की है।
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