तुलसी का पौधा भारतीय घरों में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। लेकिन, महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान तुलसी के पौधे को छूने से बचना चाहिए। ऐसा करने से घर में धन की कमी और अन्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।
जब भी मासिक धर्म की समस्या हो, तुलसी के पास जाकर प्रार्थना न करें। नकारात्मक विचारों या द्वेष भावना के समय भी तुलसी के पास नहीं जाना चाहिए। तुलसी माता भगवान श्रीकृष्ण की आराधना में लीन रहती हैं, जिससे उनका ध्यान भंग होता है और इससे घर में परेशानियाँ बढ़ सकती हैं।
विशेषकर, जिन लोगों के जीवन में पितृ दोष है, उन्हें इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। पितृ दोष के कारण व्यक्ति को जीवन में कई संकटों का सामना करना पड़ता है, जिससे मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में कमी आती है।
यदि आप तुलसी के पौधे में शालिग्राम स्थापित करते हैं और नियमित रूप से जल चढ़ाते हैं, तो इससे पितृ दोष समाप्त हो सकता है। तुलसी का पौधा एक है, लेकिन इसके लाभ अनगिनत हैं। एकादशी के दिन तुलसी की 108 परिक्रमा करने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
इसलिए, हमेशा याद रखें कि तुलसी का पौधा माता स्वरूप है और इसे सम्मान देना चाहिए।
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