नई दिल्ली। पंजाब में पराली जलाने की छिटपुट घटनाएं हो रही हैं। अब तक दिवाली के पटाखे भी नहीं जले हैं। यानी बड़े पैमाने पर धुएं की ये दोनों ही वजहें नदारद हैं। इसके बावजूद दिल्ली में वायु प्रदूषण का साया है। दिल्ली में रविवार की सुबह औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 274 दर्ज किया गया। एक्यूआई का ये स्तर खराब की श्रेणी में आता है। वहीं, आनंद विहार में एक्यूआई 426 पर जा पहुंचा। जबकि, विवेक विहार में एक्यूआई 349, आरके पुरम में 322, जहांगीरपुरी में 314 और बवाना में एक्यूआई 303 दर्ज किया गया। ये सभी स्तर बहुत खराब आबोहवा बताते हैं।
#WATCH | Delhi | Water sprinklers deployed at the India Gate to maintain the pollution levels
— ANI (@ANI) October 19, 2025
The Air Quality Index (AQI) around India Gate was recorded at 269, in the 'Poor' category, in Delhi this morning as per the Central Pollution Control Board (CPCB). pic.twitter.com/1r5Bup65Dc
दिल्ली के 38 मॉनिटरिंग स्टेशन के आंकड़े बता रहे हैं कि देश की राजधानी में प्रदूषण काफी है। दिल्ली में इसकी वजह से धुंध जैसी स्थिति बनी। माना जा रहा है कि दिल्ली में वाहनों की वजह से वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा निर्माण कार्य और कूड़ा जलाने की घटनाएं भी दिल्ली में हवा प्रदूषण की बड़ी वजह हो सकती हैं। दिल्ली के करीब काफी फैक्ट्रियां हैं। इनसे भी दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ सकता है। 31 मार्च 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में कुल 79.5 लाख वाहन थे। इनमें 20.7 लाख निजी कार थीं। जबकि, साल 2021-2022 में दिल्ली में वाहनों की संख्या 1.2 करोड़ थी।
दिल्ली में हर साल ठंड का सीजन आते ही वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी देखी जाती है।इस बार दिवाली में ग्रीन पटाखे जलाने की मंजूरी सुप्रीम कोर्ट से मिली है। हालांकि, ग्रीन पटाखों से वायु प्रदूषण कम होता है, लेकिन हवा अगर तेजी से न बही तो दिवाली के बाद राजधानी में वायु प्रदूषण और गंभीर रूप ले सकता है। दिल्ली में पिछले साल इतना वायु प्रदूषण हुआ था कि एक के बाद एक ग्रेप के कई स्तर लागू करने पड़े थे। दिल्ली की बीजेपी सरकार ने हालांकि तय किया है कि ऐसा एक्शन प्लान लागू किया जाएगा, ताकि अगले पांच साल में दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर अब के मुकाबले 50 फीसदी तक कम किया जा सके। हालांकि, इसके लिए दिल्ली में बाहर से आने वाले वाहनों पर कंट्रोल भी करना होगा। बता दें कि दिल्ली विधानसभा के पिछले चुनाव में प्रदूषण भी बड़ा मुद्दा बना था। बीजेपी लगातार आम आदमी पार्टी की सरकार पर प्रदूषण नियंत्रण न करने का आरोप लगाती रही थी।
The post AQI In Delhi: न पंजाब में जल रही पराली और न अभी दिवाली के पटाखे ही छुड़ाए गए, फिर भी दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर क्या इस वजह से पहुंचा? appeared first on News Room Post.
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