हाईकोर्ट का अहम फैसला :ससुर की संपत्ति में दामाद का हिस्सा होता है या नहीं, इस बहुचर्चित सवाल पर हाईकोर्ट ने स्पष्ट फैसला सुनाया है। इस निर्णय में कोर्ट ने कहा है कि दामाद का अपने ससुर की संपत्ति में कोई कानूनी अधिकार नहीं होता है। ससुर की संपत्ति पर सिर्फ उनके बच्चों का ही अधिकार होता है, और यदि बेटी की मृत्यु हो जाए, तब भी दामाद संपत्ति में हिस्सेदारी नहीं मांग सकता।
हाईकोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया है कि दामाद का संबंध सिर्फ पत्नी तक सीमित होता है, और पत्नी की मृत्यु होने की स्थिति में भी उसे पत्नी के हिस्से का कानूनी उत्तराधिकारी तब ही माना जा सकता है जब पत्नी की कोई संतान हो। यदि पत्नी की संतानें जीवित हैं, तो संपत्ति पर उनका ही अधिकार बनता है, दामाद का नहीं।
कोर्ट के अनुसार, विवाह के बाद भी बेटी का अधिकार ससुर की संपत्ति पर रहता है, लेकिन यह अधिकार बेटी के निधन के बाद उसकी संतानों को हस्तांतरित होता है। ऐसे में दामाद का दावा कानूनी रूप से सही नहीं होता।
हाईकोर्ट का यह फैसला ऐसे कई मामलों के लिए मार्गदर्शन करेगा जिनमें दामादों ने ससुर की संपत्ति में हिस्सेदारी का दावा किया है। कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि ससुर की संपत्ति में हिस्सा सिर्फ उनके परिवार के कानूनी उत्तराधिकारियों का होता है और दामाद की संपत्ति में कोई कानूनी हिस्सेदारी नहीं होती।
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