News India Live, Digital Desk: Quake Alert : नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, शुक्रवार की सुबह चीन में रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता का भूकंप आया। तुर्की के कुछ हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, समयानुसार सुबह 3.30 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 6.29 बजे) आया। भूकंप का केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई पर स्थित था।
एनसीएस द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भूकंप का केंद्र अक्षांश 25.05° उत्तर और देशांतर 99.72° पूर्व पर स्थित था। हालांकि, अभी तक किसी प्रकार के नुकसान या हताहत की खबर नहीं है।
रुवार शाम को, मध्य तुर्की में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके झटके राजधानी अंकारा तक महसूस किए गए। हालांकि, नुकसान की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं मिली, लेकिन भूकंप के कारण निवासियों में दहशत फैल गई।
अफ़गानिस्तान में शुक्रवार रात करीब 1 बजे एक और भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 4.0 थी। हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन भूकंप के झटके महसूस होने पर लोग डर के मारे अपने घरों से बाहर निकलते देखे गए।
ये लगातार भूकंप ऐसे समय में आए हैं जब क्षेत्र में भू-राजनीतिक तनाव है, खास तौर पर भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष के बाद। इस टकराव के दौरान तुर्की और चीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया था।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, चीन द्वारा पाकिस्तान को दिए गए हथियार अप्रभावी साबित हुए और भारत की रक्षा प्रणालियों द्वारा उन्हें आसानी से बेअसर कर दिया गया। इसी तरह, तुर्की के ड्रोन, जिन्हें हवाई युद्ध के लिए अत्यधिक सक्षम और शक्तिशाली उपकरण के रूप में विपणन किया गया था, वे भी ऑपरेशन के दौरान विफल हो गए। भारतीय सेना ने उन्हें सफलतापूर्वक रोक दिया और नष्ट कर दिया।
You may also like
अर्थतंत्र की खबरें: नीति आयोग की शासी परिषद की 24 मई को बैठक और तुर्किये, अजरबैजान का बहिष्कार का आह्वान
बोधगया में बौद्ध भिक्षु बनकर रह रहा बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार
रोहित शर्मा स्टैंड का वानखेड़े स्टेडियम में अनावरण, बल्लेबाज ने कहा, 'मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था'
'पाकिस्तान की सेना बैक़फुट पर', ऐसा क्यों कह रहे हैं एक्सपर्ट उदय भास्कर
राजस्थान में 10वीं पास युवाओं के लिए सुनहरा मौका! भजनलाल सरकार की योजना से मुफ्त बन सकेंगे डॉक्टर या इंजीनियर, जाने कैसे ?