नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रच दिया। टीम इंडिया ने घर में आयोजित हुए महिला वनडे वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को जीत लिया। यह पहला मौका है जब टीम इंडिया ने कोई आईसीसी ट्रॉफी अपने नाम की। इस जीत में टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर का एक बड़ा हाथ रहा। इसी बीच हरमनप्रीत कौर ने एक बड़ा खुलासा किया है।
हरमनप्रीत कौर का बड़ा खुलासाविश्व कप फाइनल से पहले हरमनप्रीत कौर को बहुत सलाह मिली लेकिन भारतीय कप्तान के लिए सबसे अहम थी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की सलाह। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐतिहासिक फाइनल से पहले महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत को तेंदुलकर ने फोन किया था। हरमनप्रीत ने आईसीसी रिव्यू में कहा, ‘मैच से पहले सचिन सर का फोन आया। उन्होंने अपना अनुभव साझा किया और हमे संतुलन बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जब मैच तेज चल रहा हो तो थमकर खेलने की कोशिश करो क्योंकि अगर तुम भी तेज खेलोगे तो लड़खड़ा जाने का खतरा होगा।’
वर्ल्ड कप जीतने का सुखद अनुभवनवी मुंबई में फाइनल जीते को पांच दिन हो चुके हैं लेकिन हरमनप्रीत अभी भी अचरज में है कि 16 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद अचानक सब कुछ कैसे बदल गया। उन्होंने कहा, ‘हम जब भी एक दूसरे से मिलते हैं तो कहते हैं विश्व चैम्पियन। यह अलग तरह का अनुभव है। हम इंतजार कर रहे थे कि इस तरह का अनुभव कब होगा।’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘मेरे माता पिता वहां थे। उनके सामने विश्व कप जीतने का पल खास था। बचपन से वे मुझे यह कहते सुनते आये हैं कि मुझे भारत की जर्सी पहननी है, देश के लिये खेलना है , कप्तानी करना है और विश्व कप जीतना है।’
हरमनप्रीत कौर का बड़ा खुलासाविश्व कप फाइनल से पहले हरमनप्रीत कौर को बहुत सलाह मिली लेकिन भारतीय कप्तान के लिए सबसे अहम थी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की सलाह। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऐतिहासिक फाइनल से पहले महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत को तेंदुलकर ने फोन किया था। हरमनप्रीत ने आईसीसी रिव्यू में कहा, ‘मैच से पहले सचिन सर का फोन आया। उन्होंने अपना अनुभव साझा किया और हमे संतुलन बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जब मैच तेज चल रहा हो तो थमकर खेलने की कोशिश करो क्योंकि अगर तुम भी तेज खेलोगे तो लड़खड़ा जाने का खतरा होगा।’
वर्ल्ड कप जीतने का सुखद अनुभवनवी मुंबई में फाइनल जीते को पांच दिन हो चुके हैं लेकिन हरमनप्रीत अभी भी अचरज में है कि 16 साल तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के बाद अचानक सब कुछ कैसे बदल गया। उन्होंने कहा, ‘हम जब भी एक दूसरे से मिलते हैं तो कहते हैं विश्व चैम्पियन। यह अलग तरह का अनुभव है। हम इंतजार कर रहे थे कि इस तरह का अनुभव कब होगा।’
हरमनप्रीत ने कहा, ‘मेरे माता पिता वहां थे। उनके सामने विश्व कप जीतने का पल खास था। बचपन से वे मुझे यह कहते सुनते आये हैं कि मुझे भारत की जर्सी पहननी है, देश के लिये खेलना है , कप्तानी करना है और विश्व कप जीतना है।’
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