इस्लामाबाद: तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने एक बार फिर पाकिस्तानी सेना को चेताया है। टीटीपी ने अपने सशस्त्र लड़ाकों की पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वां (केपी) प्रांत में चल रही ट्रेनिंग का वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में टीटीपी लड़ाकों को लड़ाई के लिए व्यापक और कठोर प्रशिक्षण लेते दिखाया गया है। ट्रेनिंग के साथ-साथ टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना को खैबर पख्तूनख्वा से चले जाने की चेतावनी दी है। टीटीपी की यह चेतावनी पाक सरकार और खासतौर से आर्मी चीफ असीम मुनीर की चुनौती बढ़ा सकती है।
सोशल मीडिया पर शेयर की गई इस वीडियो में टीटीपी ने पाक आर्मी को स्पष्ट और कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि सभी पाकिस्तानी सैनिक अपनी चौकियां छोड़ दें और केपी क्षेत्र से बाहर चले जाएं। टीटीपी ने कहा है कि अगर पाकिस्तानी सेना इस क्षेत्र में अपनी पोस्ट नहीं छोड़ती है तो उन्हें इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे और उनको हमलों का सामना करना पड़ सकता है।
टीटीपी-पाकिस्तान में तनावपाकिस्तानी आर्मी और टीटीपी के बीच हालिया महीनों में तनाव काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। टीटीपी ने लगातार पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए हमले किए हैं। खासतौर से खैबर पख्तूनख्वां में अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना के लिए अपने कैंप बनाना मुश्किल कर दिया है।
पाकिस्तानी सेना की ओर से बीते महीने टीटीपी प्रमुख नूर वली महसूद को निशाना बनाकर काबुल में हमले किए थे। महसूद इन हवाई हमलों में बच गया लेकिन ये कार्रवाई अफगानिस्तान-पाकिस्तान पर तनाव की वजह बन गया। दूसरी ओर इन हमलों के बाद टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है।
केपी में टीटीपी का प्रभाव टीटीपी ने बीते महीने भी खैबर पख्तूनख्वां प्रांत की राजधानी पेशावर में अपनी ताकत को दिखाने वाली तस्वीरें और वीडियो जारी की थी। इस वीडियो में दिखा था कि पेशावर में टीटीपी के लड़ाकों ने सड़कों पर अपने चेकपोस्ट बना लिए हैं। टीटीपी के लोग यहां किसी ट्रैफिक पुलिस की तरह से यातायात को नियंत्रित करते देखे गए थे।
खैबर पख्तूनख्वां प्रांत में टीटीपी लड़ाकों के नियंत्रण की खबरें लगातार सामने आती रही हैं। कई बार पाकिस्तान के सांसद और विधायक भी कह चुके हैं कि केपी के कई इलाकों पर पाक सरकार का नियंत्रण नहीं है। केपी के कई क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना और पुलिस गायब है। बड़े क्षेत्र में टीटीपी के लड़ाके ही सब कंट्रोल कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर शेयर की गई इस वीडियो में टीटीपी ने पाक आर्मी को स्पष्ट और कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि सभी पाकिस्तानी सैनिक अपनी चौकियां छोड़ दें और केपी क्षेत्र से बाहर चले जाएं। टीटीपी ने कहा है कि अगर पाकिस्तानी सेना इस क्षेत्र में अपनी पोस्ट नहीं छोड़ती है तो उन्हें इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे और उनको हमलों का सामना करना पड़ सकता है।
टीटीपी-पाकिस्तान में तनावपाकिस्तानी आर्मी और टीटीपी के बीच हालिया महीनों में तनाव काफी ज्यादा बढ़ा हुआ है। टीटीपी ने लगातार पाकिस्तानी सेना और सुरक्षाबलों को निशाना बनाते हुए हमले किए हैं। खासतौर से खैबर पख्तूनख्वां में अफगानिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना के लिए अपने कैंप बनाना मुश्किल कर दिया है।
पाकिस्तानी सेना की ओर से बीते महीने टीटीपी प्रमुख नूर वली महसूद को निशाना बनाकर काबुल में हमले किए थे। महसूद इन हवाई हमलों में बच गया लेकिन ये कार्रवाई अफगानिस्तान-पाकिस्तान पर तनाव की वजह बन गया। दूसरी ओर इन हमलों के बाद टीटीपी ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ आक्रामक रुख अपना लिया है।
केपी में टीटीपी का प्रभाव टीटीपी ने बीते महीने भी खैबर पख्तूनख्वां प्रांत की राजधानी पेशावर में अपनी ताकत को दिखाने वाली तस्वीरें और वीडियो जारी की थी। इस वीडियो में दिखा था कि पेशावर में टीटीपी के लड़ाकों ने सड़कों पर अपने चेकपोस्ट बना लिए हैं। टीटीपी के लोग यहां किसी ट्रैफिक पुलिस की तरह से यातायात को नियंत्रित करते देखे गए थे।
खैबर पख्तूनख्वां प्रांत में टीटीपी लड़ाकों के नियंत्रण की खबरें लगातार सामने आती रही हैं। कई बार पाकिस्तान के सांसद और विधायक भी कह चुके हैं कि केपी के कई इलाकों पर पाक सरकार का नियंत्रण नहीं है। केपी के कई क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना और पुलिस गायब है। बड़े क्षेत्र में टीटीपी के लड़ाके ही सब कंट्रोल कर रहे हैं।
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