अररिया: क्या बैंक में दर्ज कराए हुए आपके मोबाइल नंबर पर खाते से जुड़ी जानकारी नहीं आ रही है? कोई मैसेज नहीं आ रहा है? कोई जानकारी नहीं मिल रही है? अब आपको सावधान होने की जरूरत है। बैंक में खाताधारियों के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर खाता से जुड़ी जानकारी बैंक की ओर से उपलब्ध कराई जाती है। लेकिन यदि आपके खाते से जुड़ी जानकारी आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर नहीं आ रही है। आपको सतर्क होने की जरूरत है। साइबर क्रिमिनल आपके खाते का रजिस्टर्ड नंबर बदलकर यूपीआई के माध्यम से आपका अकाउंट खाली कर सकते हैं।
साइबर ठगी का मामला
अररिया में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां साइबर अपराधी ने बैंक जाकर किसी कर्मचारी को झांसे में लेकर एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर बदल दिया। उसके बाद उनके खाते से 15 लाख 62 हजार 201 के रुपये की निकासी कर ली। साइबर क्रिमिनल ने मोबाइल नंबर बदलकर यूपीआई के माध्यम से खाते का पैसा पहले बदले गए नंबर के बने यूपीआई नंबर पर ट्रांसफर कर दिया। उसके बाद उस नंबर से किसी अन्य नंबर पर ट्रांसफर कर देता था। अररिया साइबर अपराध थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर अपराधियों के गिरोह का खुलासा किया है।
अररिया पुलिस का खुलासा
पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्यों की ओर से खाताधारक का बिना उसके भौतिक उपस्थिति या सत्यापन के मोबाइल नंबर बदलकर यूपीआई की माध्यम से खाताधारक के खाते का पैसा अपने यूपीआई में ट्रांसफर कर लिया जाता था। गिरोह में बैंक कर्मचारी को साथ सीएसपी संचालक और गिरोह के अन्य सदस्य शामिल थे। पुलिस ने गिरोह के सदस्य के रूप में एक ऐसी बैंक के कर्मचारी और एक सीएसपी संचालक और एक अन्य सदस्य को गिरफ्तार किया है।
एसपी ने दी जानकारी
इसकी जानकारी एसपी अंजनी कुमार ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। गिरोह का खुलासा भरगामा के खजूरी के रहने वाले पवन कुमार पिता श्याम सुंदर यादव द्वारा साइबर थाना में 18 जून 2025 को दर्ज कराए गए प्राथमिकी कांड संख्या 19/2025 दिनांक 18 जून 2025 धारा 318(4),319(2) बीएनएस के तहत पुलिस ने किया। पुलिस ने गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों के पास से छह मोबाइल,15 आधार और पैन कार्ड, विभिन्न बैंकों के 4 एटीएम कार्ड और वोटर कार्ड बरामद किए हैं।
खाते से निकाले पैसे
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि पवन कुमार की ओर से बताया गया कि उनके पिता श्याम सुंदर यादव के फारबिसगंज केअड़राहा एक्सिस बैंक के खाते से दिनांक 20 मई से 27 मई 2025 के बीच में कुल 15 लाख 62 हजार 201 रूपये की अवैध रूप से निकासी कर ली गई है। कांड दर्ज होने के बाद एसपी अंजनी कुमार ने साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष साइबर थाना रजिया सुल्ताना के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया। छापेमारी दल के द्वारा अड़राहा एक्सिस बैंक के अकाउंट स्टेटमेंट, संदिग्ध मोबाइल नंबरों और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर फारबिसगंज बड़ी पानी टंकी के यश कुमार पिता दिनेश प्रसाद गुप्ता को हिरासत में लिया।
सभी अपराधी गिरफ्तार
पूछताछ में उन्होंने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए मामले में सीएसपी संचालक नरपतगंज थाना क्षेत्र के खाबदह कन्हैली के आमोद लाहोटिया पिता महेन्द्र लाहोटिया और अड़राहा एक्सिस बैंक के कर्मचारी एवं फारबिसगंज के मटियारी वार्ड संख्या सात निवासी राजू रंजन पिता विजय कुमार साह की संलिप्तता की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया। एसपी ने बताया कि अड़राहा एक्सिस बैंक फ्रॉड मामले में बैंक की भूमिका की जांच की जा रही है। आखिरकार खाताधारक की बिना उपस्थिति और भौतिक सत्यापन के उनके मोबाइल नंबर को कैसे बदला गया।
पुलिस ने लिया एक्शन
एसपी ने मामले में गिरोह के अन्य सदस्यों के होने की आशंका जताते हुए अनुसंधान जारी रहने और अड़राहा एक्सिस बैंक फ्रॉड मामले में बड़े गैंग के संलिप्त होने की बात कही। उन्होंने कहा कि मामले में अनुसंधान जारी है। अभी अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी होनी है। गिरफ्तार सीएसपी संचालक आमोद लाहोटिया पर दिल्ली में भी पूर्व से मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है और उस मामले में दिल्ली पुलिस भी उनको तलाश कर रही है। छापेमारी दल में साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष रजिया सुल्ताना,साइबर थाना के एसआई कुंदन कुमार,सरोज कुमार,मनीषा कुमारी,दीपक कुमार दास और सिपाही अमरजीत कुमार शामिल थे।
साइबर ठगी का मामला
अररिया में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां साइबर अपराधी ने बैंक जाकर किसी कर्मचारी को झांसे में लेकर एक व्यक्ति का मोबाइल नंबर बदल दिया। उसके बाद उनके खाते से 15 लाख 62 हजार 201 के रुपये की निकासी कर ली। साइबर क्रिमिनल ने मोबाइल नंबर बदलकर यूपीआई के माध्यम से खाते का पैसा पहले बदले गए नंबर के बने यूपीआई नंबर पर ट्रांसफर कर दिया। उसके बाद उस नंबर से किसी अन्य नंबर पर ट्रांसफर कर देता था। अररिया साइबर अपराध थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर अपराधियों के गिरोह का खुलासा किया है।
अररिया पुलिस का खुलासा
पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के सदस्यों की ओर से खाताधारक का बिना उसके भौतिक उपस्थिति या सत्यापन के मोबाइल नंबर बदलकर यूपीआई की माध्यम से खाताधारक के खाते का पैसा अपने यूपीआई में ट्रांसफर कर लिया जाता था। गिरोह में बैंक कर्मचारी को साथ सीएसपी संचालक और गिरोह के अन्य सदस्य शामिल थे। पुलिस ने गिरोह के सदस्य के रूप में एक ऐसी बैंक के कर्मचारी और एक सीएसपी संचालक और एक अन्य सदस्य को गिरफ्तार किया है।
एसपी ने दी जानकारी
इसकी जानकारी एसपी अंजनी कुमार ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में दी। गिरोह का खुलासा भरगामा के खजूरी के रहने वाले पवन कुमार पिता श्याम सुंदर यादव द्वारा साइबर थाना में 18 जून 2025 को दर्ज कराए गए प्राथमिकी कांड संख्या 19/2025 दिनांक 18 जून 2025 धारा 318(4),319(2) बीएनएस के तहत पुलिस ने किया। पुलिस ने गिरफ्तार गिरोह के सदस्यों के पास से छह मोबाइल,15 आधार और पैन कार्ड, विभिन्न बैंकों के 4 एटीएम कार्ड और वोटर कार्ड बरामद किए हैं।
खाते से निकाले पैसे
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि पवन कुमार की ओर से बताया गया कि उनके पिता श्याम सुंदर यादव के फारबिसगंज केअड़राहा एक्सिस बैंक के खाते से दिनांक 20 मई से 27 मई 2025 के बीच में कुल 15 लाख 62 हजार 201 रूपये की अवैध रूप से निकासी कर ली गई है। कांड दर्ज होने के बाद एसपी अंजनी कुमार ने साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष साइबर थाना रजिया सुल्ताना के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी दल का गठन किया। छापेमारी दल के द्वारा अड़राहा एक्सिस बैंक के अकाउंट स्टेटमेंट, संदिग्ध मोबाइल नंबरों और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर फारबिसगंज बड़ी पानी टंकी के यश कुमार पिता दिनेश प्रसाद गुप्ता को हिरासत में लिया।
सभी अपराधी गिरफ्तार
पूछताछ में उन्होंने अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए मामले में सीएसपी संचालक नरपतगंज थाना क्षेत्र के खाबदह कन्हैली के आमोद लाहोटिया पिता महेन्द्र लाहोटिया और अड़राहा एक्सिस बैंक के कर्मचारी एवं फारबिसगंज के मटियारी वार्ड संख्या सात निवासी राजू रंजन पिता विजय कुमार साह की संलिप्तता की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया। एसपी ने बताया कि अड़राहा एक्सिस बैंक फ्रॉड मामले में बैंक की भूमिका की जांच की जा रही है। आखिरकार खाताधारक की बिना उपस्थिति और भौतिक सत्यापन के उनके मोबाइल नंबर को कैसे बदला गया।
पुलिस ने लिया एक्शन
एसपी ने मामले में गिरोह के अन्य सदस्यों के होने की आशंका जताते हुए अनुसंधान जारी रहने और अड़राहा एक्सिस बैंक फ्रॉड मामले में बड़े गैंग के संलिप्त होने की बात कही। उन्होंने कहा कि मामले में अनुसंधान जारी है। अभी अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी होनी है। गिरफ्तार सीएसपी संचालक आमोद लाहोटिया पर दिल्ली में भी पूर्व से मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज है और उस मामले में दिल्ली पुलिस भी उनको तलाश कर रही है। छापेमारी दल में साइबर डीएसपी सह थानाध्यक्ष रजिया सुल्ताना,साइबर थाना के एसआई कुंदन कुमार,सरोज कुमार,मनीषा कुमारी,दीपक कुमार दास और सिपाही अमरजीत कुमार शामिल थे।
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