पटना: बिहार में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गई हैं और चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। इस बीच विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने सीट शेयरिंग को लेकर बड़ा ऐलान किया है। विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा कि बिहार में विकासशील इंसान पार्टी 2025 में 60 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। शेष सभी सीटों पर हमारे सहयोगी दलों के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने यह भी कहा है कि यह वीआईपी का पहला एजेंडा है।
चुनाव बॉयकॉट करने के फैसले पर तेजस्वी का साथ
मुकेश सहनी की इस घोषणा से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बार के विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के साथ विकासशील इंसान पार्टी है। मुकेश सहनी को 'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से भी जाना जाता है। इससे पहले मुकेश सहनी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बिहार चुनाव को बॉयकॉट करने के फैसले के साथ चलने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि हमारे छोटे भाई तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और नेशनल कोऑर्डिनेटर कमेटी के अध्यक्ष हैं। वे जो निर्णय लेंगे, हम उसके साथ जाएंगे। चुनाव आयोग को समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा था कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। जनता पांच साल के लिए सरकार को चुनती है, लेकिन अगर चुनाव आयोग पक्षपात करके किसी पार्टी को सरकार में लाने का प्रयास करेगा, तो यह लोकतंत्र की हत्या है। इससे अच्छी बात है कि देश में चुनाव ही नहीं हो।
चुनाव बॉयकॉट करने के फैसले पर तेजस्वी का साथ
मुकेश सहनी की इस घोषणा से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है। इस बार के विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के साथ विकासशील इंसान पार्टी है। मुकेश सहनी को 'सन ऑफ मल्लाह' के नाम से भी जाना जाता है। इससे पहले मुकेश सहनी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बिहार चुनाव को बॉयकॉट करने के फैसले के साथ चलने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि हमारे छोटे भाई तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और नेशनल कोऑर्डिनेटर कमेटी के अध्यक्ष हैं। वे जो निर्णय लेंगे, हम उसके साथ जाएंगे। चुनाव आयोग को समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा था कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। जनता पांच साल के लिए सरकार को चुनती है, लेकिन अगर चुनाव आयोग पक्षपात करके किसी पार्टी को सरकार में लाने का प्रयास करेगा, तो यह लोकतंत्र की हत्या है। इससे अच्छी बात है कि देश में चुनाव ही नहीं हो।
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