कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में जोरदार बारिश हो रही है। यहां के देवपहाड़ी झरने पर पिकनिक के लिए गए पांच पर्यटक फंस गए हैं। नदी के पानी का स्तर अचानक बढ़ने के बाद यह लोग फंस गए हैं। दो लड़के और तीन लड़कियां देवपहाड़ी नदी के बीच फंसे हैं और तेज बहाव के कारण वापस नहीं आ पा रहे हैं। सूचना मिलने पर लेमरू पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव अभियान शुरू कर दिया। पर्यटकों को निकालने के लिए एक विशेष बचाव टीम भी भेजी गई है।
बचाव अभियान जारी
पांच लोगों के देवपहाड़ी में फंसे होने की जानकारी मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है। नदी में बहाव तेज होने के कारण रेस्क्यू करने में दिक्कत हो रही है। मौके पर प्रशासन के कई बड़े अधिकारी भी मौजूद हैं।
खूबसूरती के लिए है फेमस
देवपहाड़ी जिले की खूबसूरत जगहों में से एक है, बारिश के मौसम में खतरनाक हो जाती है। लगातार बारिश की वजह से यहां की नदियां और नाले तेजी से भर जाते हैं। अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि इस मौसम में ऐसी जगहों पर घूमने जाते समय सावधानी जरूर बरतें।
झरनों में जाने से लगाई गई रोक
अधिकारियों ने बताया कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक सभी झरनों और नदियों के किनारे तक जाने पर रोक लगाई गई है, क्योंकि इस समय बाढ़ और अचानक पानी बढ़ने का खतरा ज्यादा है। इसको लेकर जगह-जगह नोटिस लगाए गए हैं और लोगों को इसकी जानकारी दी जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, हर साल बारिश के मौसम में लोगों को झरनों और नदियों से दूर रहने की चेतावनी दी जाती है। बारिश के समय नदियों और नालों में पानी का स्तर अचानक बढ़ जाता है, जिससे वहां जाना बहुत खतरनाक हो जाता है।
लोगों से की अपील
जिला प्रशासन ने एक बार फिर पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि बारिश के दौरान गहरे पानी में जाने से बचें, सुरक्षा से जुड़ी हिदायतों का पालन करें और मौसमी नियमों का सम्मान करें ताकि ऐसी जानलेवा घटनाओं से बचा जा सके।
बचाव अभियान जारी
पांच लोगों के देवपहाड़ी में फंसे होने की जानकारी मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है। नदी में बहाव तेज होने के कारण रेस्क्यू करने में दिक्कत हो रही है। मौके पर प्रशासन के कई बड़े अधिकारी भी मौजूद हैं।
खूबसूरती के लिए है फेमस
देवपहाड़ी जिले की खूबसूरत जगहों में से एक है, बारिश के मौसम में खतरनाक हो जाती है। लगातार बारिश की वजह से यहां की नदियां और नाले तेजी से भर जाते हैं। अधिकारियों ने लोगों से कहा है कि इस मौसम में ऐसी जगहों पर घूमने जाते समय सावधानी जरूर बरतें।
झरनों में जाने से लगाई गई रोक
अधिकारियों ने बताया कि 15 जून से 15 अक्टूबर तक सभी झरनों और नदियों के किनारे तक जाने पर रोक लगाई गई है, क्योंकि इस समय बाढ़ और अचानक पानी बढ़ने का खतरा ज्यादा है। इसको लेकर जगह-जगह नोटिस लगाए गए हैं और लोगों को इसकी जानकारी दी जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक, हर साल बारिश के मौसम में लोगों को झरनों और नदियों से दूर रहने की चेतावनी दी जाती है। बारिश के समय नदियों और नालों में पानी का स्तर अचानक बढ़ जाता है, जिससे वहां जाना बहुत खतरनाक हो जाता है।
लोगों से की अपील
जिला प्रशासन ने एक बार फिर पर्यटकों और स्थानीय लोगों से अपील की है कि बारिश के दौरान गहरे पानी में जाने से बचें, सुरक्षा से जुड़ी हिदायतों का पालन करें और मौसमी नियमों का सम्मान करें ताकि ऐसी जानलेवा घटनाओं से बचा जा सके।
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