नीमकाथाना/झुंझुनूं: राजस्थान के नीमकाथाना में शनिवार को चमत्कारी प्रसव ने सबको चौंका दिया, जब एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया। वो भी नॉर्मल डिलीवरी से। दरअसल, झुंझुनूं जिले के लाखू गांव की 32 वर्षीय सुनीता देवी ने दो बेटियों और एक बेटे को जन्म देकर सबको हैरान और खुश कर दिया।इस खबर के फैलते ही नीमकाथाना जिला अस्पताल में देखने वालों का तांता लग गया। सुनीता और उसके नवजात बच्चों की हालत पूरी तरह से सुरक्षित और स्थिर है। महिला की यह पांचवीं डिलीवरी थी, और उससे पहले घर में पहले से चार बेटियां थीं। अब कुल मिलाकर सुनीता बनी छह बेटियों और एक बेटे की मां यानि सात बच्चों की मां।
तीन बच्चों की नॉर्मल डिलीवरी, डॉक्टरों ने रचा कमालइस अनोखे और जोखिम भरे प्रसव को सफलतापूर्वक अंजाम देने का श्रेय जाता है डॉ. हेमंत कटारिया और उनकी टीम को। सुनीता का इलाज पहले से ही जिला अस्पताल में चल रहा था और चिकित्सकों की निगरानी में पूरा मामला सुचारु रूप से आगे बढ़ा। नर्सिंग ऑफिसर मंजू बाला, मोनिका और सुमन ढाका ने बताया कि सुनीता की यह पांचवीं डिलीवरी थी, और हमारी पूरी टीम की कोशिश थी कि डिलीवरी नॉर्मल हो, जो सफल रही।
'लक्ष्मी भी आई और घर का चिराग भी'खुश सुनीता ने बताया- डॉक्टर साहब ने नार्मल डिलीवरी करवाई, मैं पूरी तरह ठीक हूं। अब हमारे घर में लक्ष्मी भी आई और बेटा भी। हम सभी बहुत खुश हैं। अब सभी बच्चों को अच्छे से पालेंगे। परिवार के लोग भी इस चमत्कारी डिलीवरी को भगवान की कृपा मानते हैं और डॉक्टर टीम का बार-बार शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
अस्पताल में बनी कौतूहल का केंद्रजैसे ही यह खबर फैली कि एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया, लोग अस्पताल पहुंचने लगे। बच्चों का जन्म नॉर्मल डिलीवरी से होना ही सबके लिए सबसे बड़ी खुशी और हैरानी की बात रही।
नीमकाथाना बना चर्चा का केंद्र, महिला बनी मिसालइस घटना ने नीमकाथाना को चर्चा में ला दिया है। आमतौर पर तीन बच्चों की डिलीवरी को ऑपरेशन से जोड़ा जाता है, लेकिन इस केस में डॉक्टरों ने जो कर दिखाया वह वाकई काबिले तारीफ है। आज के समय में जब एक भी डिलीवरी में जटिलताएं सामने आती हैं, वहां एक साथ तीन बच्चों का नॉर्मल जन्म होना किसी चमत्कार से कम नहीं। सुनीता और उसके परिवार के लिए यह दिन जीवनभर की याद बन गया है।
तीन बच्चों की नॉर्मल डिलीवरी, डॉक्टरों ने रचा कमालइस अनोखे और जोखिम भरे प्रसव को सफलतापूर्वक अंजाम देने का श्रेय जाता है डॉ. हेमंत कटारिया और उनकी टीम को। सुनीता का इलाज पहले से ही जिला अस्पताल में चल रहा था और चिकित्सकों की निगरानी में पूरा मामला सुचारु रूप से आगे बढ़ा। नर्सिंग ऑफिसर मंजू बाला, मोनिका और सुमन ढाका ने बताया कि सुनीता की यह पांचवीं डिलीवरी थी, और हमारी पूरी टीम की कोशिश थी कि डिलीवरी नॉर्मल हो, जो सफल रही।
'लक्ष्मी भी आई और घर का चिराग भी'खुश सुनीता ने बताया- डॉक्टर साहब ने नार्मल डिलीवरी करवाई, मैं पूरी तरह ठीक हूं। अब हमारे घर में लक्ष्मी भी आई और बेटा भी। हम सभी बहुत खुश हैं। अब सभी बच्चों को अच्छे से पालेंगे। परिवार के लोग भी इस चमत्कारी डिलीवरी को भगवान की कृपा मानते हैं और डॉक्टर टीम का बार-बार शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
अस्पताल में बनी कौतूहल का केंद्रजैसे ही यह खबर फैली कि एक महिला ने एक साथ तीन बच्चों को जन्म दिया, लोग अस्पताल पहुंचने लगे। बच्चों का जन्म नॉर्मल डिलीवरी से होना ही सबके लिए सबसे बड़ी खुशी और हैरानी की बात रही।
नीमकाथाना बना चर्चा का केंद्र, महिला बनी मिसालइस घटना ने नीमकाथाना को चर्चा में ला दिया है। आमतौर पर तीन बच्चों की डिलीवरी को ऑपरेशन से जोड़ा जाता है, लेकिन इस केस में डॉक्टरों ने जो कर दिखाया वह वाकई काबिले तारीफ है। आज के समय में जब एक भी डिलीवरी में जटिलताएं सामने आती हैं, वहां एक साथ तीन बच्चों का नॉर्मल जन्म होना किसी चमत्कार से कम नहीं। सुनीता और उसके परिवार के लिए यह दिन जीवनभर की याद बन गया है।
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