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गैंग्स ऑफ पंजाब! कौन है गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया, जिसकी मां को रात के अंधेरे में मारी गई गोली

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नई दिल्ली: पंजाब में एक बार फिर से गैंगवार की चिंगारी भड़क उठी है। गुरुवार रात को पंजाब के बटाला में गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया की मां हरजीत कौर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हरजीत कौर के ऊपर उस वक्त हमला हुआ, जब वह अपनी कार से कहीं जा रही थीं। जैसे ही उनकी कार कादियान रोड पर पहुंची, तीन अज्ञात हमलावरों ने गाड़ी के ऊपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। गंभीर हालत में उन्हें अमृतसर के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।



इस फायरिंग में उनके साथ कार में बैठे करनवीर सिंह की भी मौत हो गई। हरजीत कौर और उनके करीबी सहयोगी करनवीर तरनतारन में एक अदालती मामले के सिलसिले में गए थे और घर लौट रहे थे। मूल रूप से भगवानपुर गांव की रहने वाली हरजीत कौर पूर्व सरपंच थीं और अर्बन एस्टेट में रहती थीं। वहीं, करनवीर सिंह भिक्खोवाल गांव के रहने वाले थे। इस घटना ने एक बड़ा सवाल भी खड़ा कर दिया है कि क्या पंजाब फिर से गैंगवार की आग में झुलसेगा। सबसे पहले आपको बताते हैं कि जग्गू भगवानपुरिया कौन है?



जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया कौन है?कुख्यात गैंगस्टर और ड्रग डीलर जग्गू भगवानपुरिया का असली नाम जगदीप सिंह है। इसी साल मार्च के महीने में, भगवानपुरिया को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बठिंडा सेंट्रल जेल से गिरफ्तार किया और असम की सिलचर सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया। साल 2012 से खुलकर जुर्म की दुनिया में कदम रखने वाले जग्गू के ऊपर अभी तक 128 आपराधिक मामले दर्ज हैं।



उसके ऊपर दर्ज मामलों में हत्या, वसूली, हथियारों की तस्करी और NDPS एक्ट के तहत 12 केस शामिल हैं। जग्गू भगवानपुरिया पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या का भी आरोपी है। पंजाब में उसका एक बड़ा क्रिमिनल नेटवर्क है, जो हेरोइन, अफीम, नशीली दवाओं और अवैध हथियारों की तस्करी का धंधा चलाता है। हाल ही में उसे नशीली दवाओं के कारोबार से जुड़े PITNDPS एक्ट 1988 के तहत सिलचर सेंट्रल जेल भेजा गया था।



बेटे के लिए मांगी थी बुलेटप्रूफ जैकेटवहीं, जग्गू भगवानपुरिया की मां हरजीत कौर सार्वजनिक जीवन में सक्रिय थीं और भगवानपुर में ग्राम पंचायत सदस्य के तौर पर भी काम कर चुकी हैं। उनके ऊपर चुनावों के दौरान वोटरों को डराने-धमकाने के भी आरोप लगे थे। अपने बेटे जग्गू के जेल में रहने के दौरान हरजीत ने उसकी सुरक्षा के लिए कई बार अदालत का दरवाजा खटखटाया था। 2022 में उन्होंने मांग की थी कि जग्गू को हिरासत में बुलेटप्रूफ जैकेट प्रदान की जाए।



फिलहाल पंजाब पुलिस हरजीत कौर की हत्या के मामले की जांच में जुट गई है और पता लगा रही है कि हत्याकांड के पीछे आखिर क्या वजह थी। हत्यारों को पकड़ने के लिए इलाके में नाकेबंदी कर दी गई है। बटाला पुलिस के मुताबिक, घटना रात करीब 10.45 बजे की है, जब बाइक पर आए तीन लोगों ने हरजीत कौर की कार पर फायरिंग की।



क्या बंबीहा गैंग ने कराई फायरिंग?हरियाणा के दो गैंगस्टरों- प्रभु दासवाल और कौशल चौधरी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर इस हमले की जिम्मेदारी ली है। माना जा रहा है कि ये दोनों गैंगस्टर बंबीहा गिरोह के लिए काम करते हैं। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस कनेक्शन की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। वायरल पोस्ट से एक अंदाजा यह भी लगाया जा रहा है कि हत्यारों का निशाना करनवीर था, हरजीत कौर नहीं।



पोस्ट में लिखा गया है, 'हम तीनों- डोनी बाल बिल्ला मांगा, प्रभु दासवाल और कौशल चौधरी. बटाला में करनवीर की हत्या की जिम्मेदारी लेते हैं। वो जग्गू के सारे धंधों को संभालता था। उसके गुर्गे, हथियार और पैसे की देखरेख, सबकुछ करन की निगरानी में ही था। आज उसे मारकर हमने अपने भाई गोरे बरियार का बदला लिया है। भले ही वह जानता था कि गोरे का हमसे कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन आज हमने इस हत्या से एक इंसाफ किया है। आज के बाद अगर हमारे किसी भी भाई को गलत तरीके से मारा जाता है, तो वो कीमत चुकाने के लिए तैयार रहे। हमारे खिलाफ बोलने वाले हर आदमी को अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।'



पुलिस की तरफ से फिलहाल इस पोस्ट की पुष्टि नहीं की गई है।

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