अभय सिंह राठौड़, लखनऊ: यूपी के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। इस बार उन्होंने बिना नाम लिए सीधे तौर पर सपा मुखिया अखिलेश यादव पर हमला बोला है। साथ ही उनके पिता मुलायम सिंह यादव के 2012 के एक फैसले पर भी टिप्पणी की है।
केशव मौर्य ने एक्स पर लिखा है कि नेताजी ने 2012 में एक कच्चे आम को पका हुआ आम समझने की भूल की थी और इस गलती का उन्हें जीवन भर पछतावा रहा। हालांकि केशव प्रसाद मौर्य ने अपने इस पोस्ट में किसी भी दल या नेता का नाम नहीं लिखा है। राजनीतिक गलियारों में उपमुख्यमंत्री के इस पोस्ट को सपा व उनके मुखिया अखिलेश यादव से जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही केशव प्रसाद मौर्य का यह बयान उस वक्त की राजनीतिक स्थिति की ओर सीधा इशारा करता है जब मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की कमान सौंपकर उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया था।
कांग्रेस प्रवक्ता का प्रहार केशव प्रसाद मौर्य के बयान को आगामी चुनावों के मद्देनजर एक नई सियासी चाल के रूप में देखा जा रहा है। उपमुख्यमंत्री के इस बयान पर वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि सिराथू की जनता ने कच्चे नींबू को संतरा समझने की भूल की थी, आज तक स्टूल पर बैठी है। सुरेंद्र राजपूत ने तंज कसते हुए कहा कि केशव अपनी नहीं तो कम से कम जनता के लिये उठो लड़ो, क्योंकि जिनसे तुम्हे लड़ना है वो तुम्हारे अपने हैं।
'कच्चे आम कह रहे पकाओ मत'दरअसल, ये पूरा मामला अखिलेश यादव के एक पोस्ट से शुरू हुआ। 4 जुलाई को अखिलेश ने पोस्ट किया- 'कच्चे आम कह रहे पकाओ मत'। अखिलेश ने बगैर किसी संदर्भ के ये बात लिखी है पर माना जा रहा है कि उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष किया है। योगी आम महोत्सव में शामिल हुए थे और उनकी एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें वह अपने दोनों हाथ में बड़े हरे रंग के आम लिए नजर आए थे। अखिलेश के वार का केशव मौर्य ने पलटवार किया है।
केशव मौर्य ने एक्स पर लिखा है कि नेताजी ने 2012 में एक कच्चे आम को पका हुआ आम समझने की भूल की थी और इस गलती का उन्हें जीवन भर पछतावा रहा। हालांकि केशव प्रसाद मौर्य ने अपने इस पोस्ट में किसी भी दल या नेता का नाम नहीं लिखा है। राजनीतिक गलियारों में उपमुख्यमंत्री के इस पोस्ट को सपा व उनके मुखिया अखिलेश यादव से जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही केशव प्रसाद मौर्य का यह बयान उस वक्त की राजनीतिक स्थिति की ओर सीधा इशारा करता है जब मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश की कमान सौंपकर उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया था।
नेताजी ने 2012 में एक कच्चे आम को पका हुआ आम समझने की भूल की थी। इसे लेकर वह जीवन पर्यंत पछताते रहे।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) July 5, 2025
कांग्रेस प्रवक्ता का प्रहार केशव प्रसाद मौर्य के बयान को आगामी चुनावों के मद्देनजर एक नई सियासी चाल के रूप में देखा जा रहा है। उपमुख्यमंत्री के इस बयान पर वार-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि सिराथू की जनता ने कच्चे नींबू को संतरा समझने की भूल की थी, आज तक स्टूल पर बैठी है। सुरेंद्र राजपूत ने तंज कसते हुए कहा कि केशव अपनी नहीं तो कम से कम जनता के लिये उठो लड़ो, क्योंकि जिनसे तुम्हे लड़ना है वो तुम्हारे अपने हैं।
कच्चे आम कह रहे पकाओ मत!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 4, 2025
'कच्चे आम कह रहे पकाओ मत'दरअसल, ये पूरा मामला अखिलेश यादव के एक पोस्ट से शुरू हुआ। 4 जुलाई को अखिलेश ने पोस्ट किया- 'कच्चे आम कह रहे पकाओ मत'। अखिलेश ने बगैर किसी संदर्भ के ये बात लिखी है पर माना जा रहा है कि उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर कटाक्ष किया है। योगी आम महोत्सव में शामिल हुए थे और उनकी एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें वह अपने दोनों हाथ में बड़े हरे रंग के आम लिए नजर आए थे। अखिलेश के वार का केशव मौर्य ने पलटवार किया है।
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