गाजियाबाद: त्योहारी सीजन की शुरुआत में ही पूर्वांचल और लखनऊ-गोरखपुर रूट पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है, लेकिन रेलवे की ओर से कोई अतिरिक्त ट्रेन न चलाए जाने से यात्री परेशान हैं। बुधवार सुबह से ही गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। प्लेटफॉर्म पर जगह-जगह लोग अपने परिवार व सामान के साथ खड़े नजर आए। ट्रेन पीछे से भरी आने के कारण बच्चों और महिलाओं को चढ़ने की जगह ही नहीं मिली।
9 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा, इसके चलते दूर-दराज जाने वाले यात्रियों ने निकलना शुरू कर दिया है। इससे सुबह से ही पूर्वांचल और लखनऊ की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों में यात्री क्षमता से कहीं अधिक भीड़ रही। सामान्य दिनों में जहां यात्री आराम से ट्रेन में चढ़ जाते हैं, वहीं बुधवार को हालात ऐसे रहे कि ट्रेन के दरवाजे तक पहुंचना यात्रियों के लिए मुश्किल हो गया था।
दोपहर करीब 12:30 बजे दिल्ली से लखनऊ जा रही गोमती एक्सप्रेस के प्लेटफार्म नंबर दो पर लगते ही अफरातफरी मच गई। ट्रेन का स्टॉपेज करीब एक मिनट का होता है, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण सैकड़ों यात्रियों की ट्रेन छूट गई। गोमती से फिरोजाबाद जा रहे दीपक ने बताया कि वह परिवार के साथ घर जा रहे थे, लेकिन अधिक भीड़ होने के कारण ट्रेन में चढ़ ही नहीं सके। वहीं, दादरी से गाजियाबाद स्टेशन गोमती पकड़ने आई सुमन ने बताया कि कानपुर जाना है, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि चढ़ नहीं सके। अब अगली ट्रेन का इंतजार करना पड़ेगा।
यात्रियों ने लगाया आरोप
यात्रियों का आरोप है कि हर साल त्योहारी सीजन में पूर्वांचल और गोरखपुर-लखनऊ रूट पर अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की जाती है, लेकिन इस बार अब तक ऐसा नहीं हुआ। इसकी वजह से न केवल लंबी दूरी के यात्री फंसे हुए हैं, बल्कि तत्काल और सामान्य रिजर्वेशन भी कई दिन पहले ही फुल हो गए हैं। बिना आरक्षण वाले यात्रियों को तो जनरल डिब्बों में जगह मिलना भी नामुमकिन हो गया है। इससे श्रमजीवी, काशी विश्वनाथ, आला हजरत, मऊ एक्सप्रेस, लखनऊ मेल, महानंदा एक्सप्रेस सहित पैसेंजर ट्रेनों में भीड़ देखी जा रही है।
आरपीएफ का पूरा इंतजाम
रक्षाबंधन को देखते हुए स्टेशन पर बढ़ती भीड़ के लिए पूरा इंतजाम किया जा रहा है। इंस्पेक्टर चेतन प्रकाश ने बताया कि स्टेशन और ट्रेनों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्लेटफॉर्म पर अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं, ताकि धक्का-मुक्की या अव्यवस्था की स्थिति न बने। आरपीएफ कर्मी लगातार पीली लाइन से पीछे रहने और ट्रेन आने से पहले व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवानों का मूवमेंट करा रहे हैं।
9 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा, इसके चलते दूर-दराज जाने वाले यात्रियों ने निकलना शुरू कर दिया है। इससे सुबह से ही पूर्वांचल और लखनऊ की ओर जाने वाली सभी ट्रेनों में यात्री क्षमता से कहीं अधिक भीड़ रही। सामान्य दिनों में जहां यात्री आराम से ट्रेन में चढ़ जाते हैं, वहीं बुधवार को हालात ऐसे रहे कि ट्रेन के दरवाजे तक पहुंचना यात्रियों के लिए मुश्किल हो गया था।
दोपहर करीब 12:30 बजे दिल्ली से लखनऊ जा रही गोमती एक्सप्रेस के प्लेटफार्म नंबर दो पर लगते ही अफरातफरी मच गई। ट्रेन का स्टॉपेज करीब एक मिनट का होता है, लेकिन भीड़ अधिक होने के कारण सैकड़ों यात्रियों की ट्रेन छूट गई। गोमती से फिरोजाबाद जा रहे दीपक ने बताया कि वह परिवार के साथ घर जा रहे थे, लेकिन अधिक भीड़ होने के कारण ट्रेन में चढ़ ही नहीं सके। वहीं, दादरी से गाजियाबाद स्टेशन गोमती पकड़ने आई सुमन ने बताया कि कानपुर जाना है, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि चढ़ नहीं सके। अब अगली ट्रेन का इंतजार करना पड़ेगा।
यात्रियों ने लगाया आरोप
यात्रियों का आरोप है कि हर साल त्योहारी सीजन में पूर्वांचल और गोरखपुर-लखनऊ रूट पर अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था की जाती है, लेकिन इस बार अब तक ऐसा नहीं हुआ। इसकी वजह से न केवल लंबी दूरी के यात्री फंसे हुए हैं, बल्कि तत्काल और सामान्य रिजर्वेशन भी कई दिन पहले ही फुल हो गए हैं। बिना आरक्षण वाले यात्रियों को तो जनरल डिब्बों में जगह मिलना भी नामुमकिन हो गया है। इससे श्रमजीवी, काशी विश्वनाथ, आला हजरत, मऊ एक्सप्रेस, लखनऊ मेल, महानंदा एक्सप्रेस सहित पैसेंजर ट्रेनों में भीड़ देखी जा रही है।
आरपीएफ का पूरा इंतजाम
रक्षाबंधन को देखते हुए स्टेशन पर बढ़ती भीड़ के लिए पूरा इंतजाम किया जा रहा है। इंस्पेक्टर चेतन प्रकाश ने बताया कि स्टेशन और ट्रेनों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्लेटफॉर्म पर अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं, ताकि धक्का-मुक्की या अव्यवस्था की स्थिति न बने। आरपीएफ कर्मी लगातार पीली लाइन से पीछे रहने और ट्रेन आने से पहले व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवानों का मूवमेंट करा रहे हैं।
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