नवीन निश्चल, नई दिल्ली: दिल्ली स्थित नजफगढ़ फायरिंग केस में मसूरी से पकड़े गए दोनों शूटरों हिमांशु और मनीष को द्वारका जिला के ऑपरेशन सेल की टीम दिल्ली ले आई है। दोनों आरोपियों ने बताया कि उन्होंने रोहित लांबा पर हमला करने के लिए बहादुरगढ़ से रेंट पर स्कॉर्पियो ली थी। इलाके की सड़कें संकरी होने की वजह से छोटी गाड़ी की मांग की। इस गाड़ी वे 28 अक्टूबर की रात नजफगढ़ के अर्जुन पार्क पहुंचे और वहां कई राउंड गोलियां चलाई।
4 लाख देने की हुई थी डीलघटना के बाद दोनों मसूरी भाग गए। इनका टारगेट रोहित लांबा को मारना था लेकिन वह बाल-बाल बच गया। पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों शूटरों को 4 लाख रुपये देने की डील हुई थी। द्वारका डीसीपी अंकित सिंह के निर्देश पर एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, सुभाष चंद और हेड कॉन्स्टेबल जगत समेत पुलिस टीम मामले की आगे जांच कर रही है।
विदेश में बैठे गैंगस्टर ने शूटरों को भेजा था दिल्लीजानकारी के मुताबिक, जिस रोहित लांबा पर हमला किया गया, वह दिल्ली पुलिस का घोषित बीसी है। उसकी झज्जर जेल में बदमाश दीपक से किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। जब दीपक जेल से बाहर निकला तो उसने बदला लेने के लिए हिमांशु भाऊ से संपर्क किया। हिमांशु भाऊ ने विदेश में बैठे-बैठे दो शूटरों को दिल्ली भेजा और वारदात के लिए गाड़ी का इंतजाम करवाया। शूटरों को रोहित लांबा की फोटो भी भेजी गई थी ताकि वे उसे पहचान कर वारदात को अंजाम दे सकें। पुलिस दोनों से मिले इनपुट के आधार पर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी है।
4 लाख देने की हुई थी डीलघटना के बाद दोनों मसूरी भाग गए। इनका टारगेट रोहित लांबा को मारना था लेकिन वह बाल-बाल बच गया। पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों शूटरों को 4 लाख रुपये देने की डील हुई थी। द्वारका डीसीपी अंकित सिंह के निर्देश पर एसीपी ऑपरेशन राम अवतार की देखरेख में इंस्पेक्टर कमलेश कुमार, सुभाष चंद और हेड कॉन्स्टेबल जगत समेत पुलिस टीम मामले की आगे जांच कर रही है।
विदेश में बैठे गैंगस्टर ने शूटरों को भेजा था दिल्लीजानकारी के मुताबिक, जिस रोहित लांबा पर हमला किया गया, वह दिल्ली पुलिस का घोषित बीसी है। उसकी झज्जर जेल में बदमाश दीपक से किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। जब दीपक जेल से बाहर निकला तो उसने बदला लेने के लिए हिमांशु भाऊ से संपर्क किया। हिमांशु भाऊ ने विदेश में बैठे-बैठे दो शूटरों को दिल्ली भेजा और वारदात के लिए गाड़ी का इंतजाम करवाया। शूटरों को रोहित लांबा की फोटो भी भेजी गई थी ताकि वे उसे पहचान कर वारदात को अंजाम दे सकें। पुलिस दोनों से मिले इनपुट के आधार पर गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुटी है।
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