नई दिल्ली: शुभमन गिल ने भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान के रूप में हार के साथ शुरुआत की। बतौर कप्तान उनके पहले ही मैच में इंग्लैंड ने भारत को 5 विकेट से हरा दिया। यह भारत के लिए एक बड़ा झटका था। मैच में भारत के चार खिलाड़ियों ने शतक लगाए। फिर भी, टीम इंडिया आखिरी दिन जीत नहीं पाई। निचले क्रम के बल्लेबाज अच्छा नहीं खेल पाए। फील्डिंग में भी कई कैच छूटे। गेंदबाजों ने भी आखिरी दिन नियमित अंतराल पर विकेट नहीं लिए। इस वजह से इंग्लैंड भारत को हराने में सफल रही।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने शानदार शतक लगाया। उन्होंने 170 गेंदों में 149 रन बनाए। इसमें 21 चौके और एक रिवर्स स्वीप छक्का शामिल था। जैक क्रॉली ने भी 65 रनों की पारी खेली। इन दोनों ने मिलकर 188 रनों की साझेदारी की। जो रूट ने 53 तो जेमी स्मिथ ने 44 रन बनाए। दोनों प्लेयर्स नाबाद रहे। इंग्लैंड ने 371 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया।
सुनील गावस्कर ने अपने बयान में क्या-क्या कहा?
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने हार के कारणों का विश्लेषण किया। उन्होंने सोनी स्पोर्ट्स पर कहा, 'इंग्लैंड को पूरा श्रेय जाता है। भारत की तरफ से पांच शतक लगने के बावजूद, उनमें आत्मविश्वास था। इसी वजह से वे आखिरी के विकेट लेने में सफल रहे। भारत से भी यहां गलती हुई। अगर कुछ और रन बन जाते, तो नतीजा कुछ और हो सकता था। फील्डिंग की बात करें तो, कैच ही नहीं, बल्कि आउट-फील्डिंग भी साधारण थी। यह टेस्ट क्लास नहीं थी।'
गावस्कर ने गेंदबाजों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'बल्लेबाजी के लिए पिच बहुत अच्छी थी। इसलिए गेंदबाजों की आलोचना करना मुश्किल है। बुमराह ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की। अगर किसी ने उनका साथ दिया होता, तो और भी अच्छा होता। लेकिन, यह पहला टेस्ट है। उम्मीद है कि इससे सबक सीखेंगे। अगले मैच के लिए आठ दिन हैं।'
सुनील गावस्कर ने दी खिलाड़ियों को खास सलाह
गावस्कर ने खिलाड़ियों को वैकल्पिक अभ्यास छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "अगले कुछ दिन आप आराम कर सकते हैं। लेकिन, अब गंभीरता से अभ्यास में जुट जाएं। इस वैकल्पिक अभ्यास को छोड़ दें। आप भारत के लिए खेलने आए हैं। इसलिए, इस तरह से अभ्यास करें कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।" इसका मतलब है कि खिलाड़ियों को अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। उन्हें कड़ी मेहनत करनी चाहिए ताकि वे अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
इंग्लैंड की टीम ने दिखाया कि वे किसी भी परिस्थिति में हार मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी की। उनकी फील्डिंग भी कमाल की थी। भारत को उनसे सबक लेना होगा। यह हार भारत के लिए एक वेक-अप कॉल है। उन्हें अपनी गलतियों को सुधारना होगा और अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। तभी वे सीरीज जीत सकते हैं।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट ने शानदार शतक लगाया। उन्होंने 170 गेंदों में 149 रन बनाए। इसमें 21 चौके और एक रिवर्स स्वीप छक्का शामिल था। जैक क्रॉली ने भी 65 रनों की पारी खेली। इन दोनों ने मिलकर 188 रनों की साझेदारी की। जो रूट ने 53 तो जेमी स्मिथ ने 44 रन बनाए। दोनों प्लेयर्स नाबाद रहे। इंग्लैंड ने 371 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया।
सुनील गावस्कर ने अपने बयान में क्या-क्या कहा?
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने हार के कारणों का विश्लेषण किया। उन्होंने सोनी स्पोर्ट्स पर कहा, 'इंग्लैंड को पूरा श्रेय जाता है। भारत की तरफ से पांच शतक लगने के बावजूद, उनमें आत्मविश्वास था। इसी वजह से वे आखिरी के विकेट लेने में सफल रहे। भारत से भी यहां गलती हुई। अगर कुछ और रन बन जाते, तो नतीजा कुछ और हो सकता था। फील्डिंग की बात करें तो, कैच ही नहीं, बल्कि आउट-फील्डिंग भी साधारण थी। यह टेस्ट क्लास नहीं थी।'
गावस्कर ने गेंदबाजों के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'बल्लेबाजी के लिए पिच बहुत अच्छी थी। इसलिए गेंदबाजों की आलोचना करना मुश्किल है। बुमराह ने बहुत अच्छी गेंदबाजी की। अगर किसी ने उनका साथ दिया होता, तो और भी अच्छा होता। लेकिन, यह पहला टेस्ट है। उम्मीद है कि इससे सबक सीखेंगे। अगले मैच के लिए आठ दिन हैं।'
सुनील गावस्कर ने दी खिलाड़ियों को खास सलाह
गावस्कर ने खिलाड़ियों को वैकल्पिक अभ्यास छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा, "अगले कुछ दिन आप आराम कर सकते हैं। लेकिन, अब गंभीरता से अभ्यास में जुट जाएं। इस वैकल्पिक अभ्यास को छोड़ दें। आप भारत के लिए खेलने आए हैं। इसलिए, इस तरह से अभ्यास करें कि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।" इसका मतलब है कि खिलाड़ियों को अपनी तैयारी में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। उन्हें कड़ी मेहनत करनी चाहिए ताकि वे अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
इंग्लैंड की टीम ने दिखाया कि वे किसी भी परिस्थिति में हार मानने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी और गेंदबाजी की। उनकी फील्डिंग भी कमाल की थी। भारत को उनसे सबक लेना होगा। यह हार भारत के लिए एक वेक-अप कॉल है। उन्हें अपनी गलतियों को सुधारना होगा और अगले मैच में बेहतर प्रदर्शन करना होगा। तभी वे सीरीज जीत सकते हैं।
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