सीतामढ़ी: बिहार के सीतामढ़ी जिले से एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। आम तोड़ने के मामूली आरोप में पांच युवकों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पहले सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर उसकी हत्या कर शव को एक अर्धनिर्मित मकान में फांसी के फंदे से लटका दिया। यह वारदात नानपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए महज 24 घंटे के भीतर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
तीन टीमों ने संभाली जांच, ब्लाइंड केस को सुलझाने में सफलता
जांच को लेकर सीतामढ़ी एसपी अमित रंजन ने तीन विशेष टीमों का गठन किया था। एसपी ने बताया कि 31 मई की शाम से नाबालिग लड़की लापता थी और एक जून को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। उसी शाम बच्ची का शव गांव में एक अर्धनिर्मित मकान में लटका हुआ पाया गया। यह एक ब्लाइंड केस था, लेकिन पुलिस की त्वरित और सतर्क जांच के चलते 24 घंटे में ही इसका पर्दाफाश हो गया।
घटनास्थल पर मिले सुराग बने साक्ष्य
पुलिस ने घटनास्थल की सूक्ष्मता से जांच की। मौके पर आम के कुछ टुकड़े और दबे हुए घास के निशान मिले, जो उन्हें पास के बगीचे तक ले गए। उस बगीचे के मालिक देवेंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि मृतका आम तोड़ रही थी, जिससे नाराज़ होकर पांच युवकों ने उसे पकड़ लिया, दुष्कर्म किया और बाद में उसकी हत्या कर शव को लटका दिया। इन सुरागों के आधार पर पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
जल्द से जल्द न्याय दिलाने की कोशिश
एसपी अमित रंजन ने जानकारी दी कि पुलिस इस मामले को त्वरित ट्रायल के तहत कोर्ट में ले जाकर जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलाने की कोशिश करेगी। आरोपियों के नाम हैं- रणवीर कुमार (पुत्र संतोषी राय), हर्षवर्धन कुमार (पुत्र जयनंदन प्रसाद यादव), अजीत कुमार (पुत्र नागेश्वर राय), और रवि कुमार (पुत्र रौशन यादव)। ये सभी नानपुर थाना क्षेत्र के चटगौरा गांव के निवासी हैं।
एसपी ने जांच टीम की सराहना की
एसपी रंजन ने इस जघन्य अपराध के जल्द खुलासे के लिए जांच टीमों की सराहना की और कहा कि पुलिस की सतर्कता और कड़ी मेहनत ने इस चुनौतीपूर्ण केस को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
तीन टीमों ने संभाली जांच, ब्लाइंड केस को सुलझाने में सफलता
जांच को लेकर सीतामढ़ी एसपी अमित रंजन ने तीन विशेष टीमों का गठन किया था। एसपी ने बताया कि 31 मई की शाम से नाबालिग लड़की लापता थी और एक जून को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। उसी शाम बच्ची का शव गांव में एक अर्धनिर्मित मकान में लटका हुआ पाया गया। यह एक ब्लाइंड केस था, लेकिन पुलिस की त्वरित और सतर्क जांच के चलते 24 घंटे में ही इसका पर्दाफाश हो गया।
घटनास्थल पर मिले सुराग बने साक्ष्य
पुलिस ने घटनास्थल की सूक्ष्मता से जांच की। मौके पर आम के कुछ टुकड़े और दबे हुए घास के निशान मिले, जो उन्हें पास के बगीचे तक ले गए। उस बगीचे के मालिक देवेंद्र यादव ने पुलिस को बताया कि मृतका आम तोड़ रही थी, जिससे नाराज़ होकर पांच युवकों ने उसे पकड़ लिया, दुष्कर्म किया और बाद में उसकी हत्या कर शव को लटका दिया। इन सुरागों के आधार पर पुलिस ने पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
जल्द से जल्द न्याय दिलाने की कोशिश
एसपी अमित रंजन ने जानकारी दी कि पुलिस इस मामले को त्वरित ट्रायल के तहत कोर्ट में ले जाकर जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलाने की कोशिश करेगी। आरोपियों के नाम हैं- रणवीर कुमार (पुत्र संतोषी राय), हर्षवर्धन कुमार (पुत्र जयनंदन प्रसाद यादव), अजीत कुमार (पुत्र नागेश्वर राय), और रवि कुमार (पुत्र रौशन यादव)। ये सभी नानपुर थाना क्षेत्र के चटगौरा गांव के निवासी हैं।
एसपी ने जांच टीम की सराहना की
एसपी रंजन ने इस जघन्य अपराध के जल्द खुलासे के लिए जांच टीमों की सराहना की और कहा कि पुलिस की सतर्कता और कड़ी मेहनत ने इस चुनौतीपूर्ण केस को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
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