Study Abroad AI Education: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग एक ऐसी फील्ड बनकर उभर रही है, जिसमें आने वाले वक्त में सबसे ज्यादा जॉब्स होने वाली हैं। तभी बड़ी संख्या में भारतीय छात्र इस डिग्री को लेना चाहते हैं। अभी तक भारतीयों के बीच कंप्यूटर साइंस पॉपुलर डिग्री थी, जिसे पाने के लिए वे विदेश जाते थे। मगर अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ( AI) और मशीन लर्निंग में डिग्री लेने के लिए भारतीय विदेश का रुख कर रहे हैं। पिछले दो सालों में इन कोर्सेज की डिमांड खूब बढ़ी है।
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2023 से ही टियर-1 के साथ-साथ टियर-2 शहरों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग कोर्स की डिमांड 4.5 गुना बढ़ चुकी है। छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ-साथ डाटा साइंस और डाटा एनालिटिक्स जैसे कोर्स भी पढ़ना चाहते हैं। भारतीय छात्रों के बीच वो देश ज्यादा पॉपुलर हो रहे हैं, जहां इन कोर्सेज की पढ़ाई करना किफायती है। बहुत से भारतीय ऐसे हैं, जो कम बजट में टॉप यूनिवर्सिटीज में डिग्री लेना चाहते हैं। इस कैटेगरी में कई सारे देश फिट रहे हैं, जहां वे डिग्री लेने जा रहे हैं।
किन देशों में भारतीय कर रहे पढ़ाई?
स्टडी-अब्रॉड प्लेटफॉर्म लीप के इस साल की तीसरी तिमाही के डाटा से पता चलता है कि जर्मनी और आयरलैंड वो देश बनकर उभरे हैं, जहां पर भारतीय छात्र बड़ी संख्या में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में डिग्री लेने जा रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और न्यूजीलैंड में भी पहली और दूसरी तिमाही के बीच तीन गुना इजाफा देखने को मिला है। आयरलैंड में वीजा अप्रूवल रेट पिछले दो सालों में तीन गुना हो चुका है। यूरोप में जर्मनी के बाद आयरलैंड छात्रों का पसंदीदा डेस्टिनेशन बन चुका है।
जर्मनी को भारतीय छात्र इसलिए चुन रहे हैं, क्योंकि यहां पर ट्यूशन फीस नहीं ली जाती है। बाकी के पश्चिमी देशों के मुकाबले यहां पढ़ाई करना ज्यादा सस्ता है। इसी तरह से आयरलैंड अपनी वीजा पॉलिसी के साथ-साथ यूरोप का टेक हब बन रहा है, जिस वजह से यहां जॉब के ज्यादा अवसर हैं। भारत से करीब होने, सस्ती पढ़ाई और डिग्री के बाद जॉब के अच्छे अवसरों की वजह से UAE भारतीयों के बीच पढ़ने के लिए पॉपुलर देश बन रहा है। न्यूजीलैंड में भी कम कीमत में डिग्री लेने का ऑप्शन इसे पॉपुलर बनाता है।
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2023 से ही टियर-1 के साथ-साथ टियर-2 शहरों से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग कोर्स की डिमांड 4.5 गुना बढ़ चुकी है। छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ-साथ डाटा साइंस और डाटा एनालिटिक्स जैसे कोर्स भी पढ़ना चाहते हैं। भारतीय छात्रों के बीच वो देश ज्यादा पॉपुलर हो रहे हैं, जहां इन कोर्सेज की पढ़ाई करना किफायती है। बहुत से भारतीय ऐसे हैं, जो कम बजट में टॉप यूनिवर्सिटीज में डिग्री लेना चाहते हैं। इस कैटेगरी में कई सारे देश फिट रहे हैं, जहां वे डिग्री लेने जा रहे हैं।
किन देशों में भारतीय कर रहे पढ़ाई?
स्टडी-अब्रॉड प्लेटफॉर्म लीप के इस साल की तीसरी तिमाही के डाटा से पता चलता है कि जर्मनी और आयरलैंड वो देश बनकर उभरे हैं, जहां पर भारतीय छात्र बड़ी संख्या में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग में डिग्री लेने जा रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और न्यूजीलैंड में भी पहली और दूसरी तिमाही के बीच तीन गुना इजाफा देखने को मिला है। आयरलैंड में वीजा अप्रूवल रेट पिछले दो सालों में तीन गुना हो चुका है। यूरोप में जर्मनी के बाद आयरलैंड छात्रों का पसंदीदा डेस्टिनेशन बन चुका है।
जर्मनी को भारतीय छात्र इसलिए चुन रहे हैं, क्योंकि यहां पर ट्यूशन फीस नहीं ली जाती है। बाकी के पश्चिमी देशों के मुकाबले यहां पढ़ाई करना ज्यादा सस्ता है। इसी तरह से आयरलैंड अपनी वीजा पॉलिसी के साथ-साथ यूरोप का टेक हब बन रहा है, जिस वजह से यहां जॉब के ज्यादा अवसर हैं। भारत से करीब होने, सस्ती पढ़ाई और डिग्री के बाद जॉब के अच्छे अवसरों की वजह से UAE भारतीयों के बीच पढ़ने के लिए पॉपुलर देश बन रहा है। न्यूजीलैंड में भी कम कीमत में डिग्री लेने का ऑप्शन इसे पॉपुलर बनाता है।
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