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कौन थे गोपाल खेमका? आधी रात क्लब से घर लौटे मशहूर बिजनेसमैन को बदमाशों ने मारी गोली, पटना में दहशत का माहौल

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बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी और इस बार निशाना बने शहर के जाने-माने कारोबारी गोपाल खेमका। रविवार की रात, जब आम लोग अपने घरों में चैन की नींद लेने की तैयारी कर रहे थे, उसी वक्त एक दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। बाइक सवार अपराधियों ने बेहद नजदीक से गोपाल खेमका के सिर में गोली मार दी, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। यह वारदात गांधी मैदान थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई – जो पटना की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।

कौन थे कारोबारी गोपाल खेमका?

गोपाल खेमका का नाम बिहार के प्रतिष्ठित कारोबारियों में गिना जाता था। वे मगध हॉस्पिटल के मालिक होने के साथ-साथ पटना और हाजीपुर में दवा की दुकानों, गत्ता फैक्ट्रियों और पेट्रोल पंप जैसे कई व्यवसायों से जुड़े हुए थे। कामयाबी के साथ समाज सेवा में भी उनकी भागीदारी थी। रविवार रात, जब वे बांकीपुर क्लब से अपने गांधी मैदान स्थित ट्विन टावर अपार्टमेंट लौट रहे थे, तभी घात लगाए अपराधियों ने उनकी कार रुकते ही सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही खेमका वहीं ढेर हो गए। परिजन उन्हें तुरंत कंकड़बाग के मॉडिवर्सल अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

गोली चलाने के बाद हथियार लहराते हुए फरार


गोली मारने के बाद अपराधी बेखौफ अंदाज में हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, लेकिन अब तक हत्या के पीछे की वजह सामने नहीं आ सकी है। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि इस सनसनीखेज वारदात के डेढ़ घंटे बाद तक कोई पुलिस अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा।

पुलिस पर परिवार और व्यापारियों का फूटा गुस्सा

मॉडिवर्सल अस्पताल में परिजनों और कारोबारियों ने पुलिस के रवैये को लेकर जमकर नाराजगी जताई। परिजनों का साफ आरोप था कि पटना पुलिस आम आदमी की सुरक्षा छोड़कर केवल शराब तस्करों की धरपकड़ और वसूली में लगी रहती है। इस हत्या के बाद पटना का कारोबारी वर्ग भय और आक्रोश में है। शहर के कई बड़े कारोबारी घटनास्थल और अस्पताल पहुंचे, और सरकार से सुरक्षा की मांग करने लगे।

पहले भी झेल चुके हैं पारिवारिक क्षति

यह पहली बार नहीं है जब खेमका परिवार को इस तरह के जख्म मिले हों। दिसंबर 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। चार गोलियों से छलनी कर दी गई उस हत्या की गुत्थी आज तक पूरी तरह नहीं सुलझ पाई है।

अब क्या कर रही है पुलिस?

घटना को लेकर पटना पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है। फिलहाल, पूरे शहर में दहशत का माहौल है और जांच की कार्रवाई तेज कर दी गई है। जानकारी के मुताबिक, गोपाल खेमका के एक बेटे की पहले हत्या हो चुकी है और दूसरे बेटे पटना के IGIMS अस्पताल में डॉक्टर हैं।

अब यह देखना होगा कि क्या पटना पुलिस इस हाई प्रोफाइल हत्या का खुलासा कर पाएगी या यह मामला भी 2018 जैसी किसी फाइल में दफन हो जाएगा।

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