नई दिल्ली, 11 मई . ऑस्ट्रेलिया की जमीन पर टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बॉब काउपर का रविवार को 84 वर्ष की उम्र में बीमारी से लड़ते हुए निधन हो गया. उनके परिवार में पत्नी डेल और बेटियां ओलिविया और सेरा हैं.
काउपर एक बेहद प्रतिभाशाली बाएं हाथ के बल्लेबाज थे. वह अपनी आकर्षक बल्लेबाजी, धैर्य और बड़ी पारियां खेलने की क्षमता के लिए जाने जाते थे. उनके करियर का सबसे यादगार पल 1966 में इंग्लैंड के खिलाफ मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (एमसीजी) पर खेली गई 307 रनों की पारी थी. यह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट का पहला तिहरा शतक था और इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने एशेज भी अपने पास बरकरार रखी थी.
काउपर ने 1964 से 1968 के बीच 27 टेस्ट मैच खेले और 48.16 की औसत से 2061 रन बनाए, जिनमें पांच शतक शामिल थे. मात्र 28 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेकर व्यापार की दुनिया में कदम रखा.
विक्टोरिया की ओर से खेलते हुए उन्होंने 83 प्रथम श्रेणी मैच खेले और अपनी टीम के सफल दौर में बड़ा योगदान दिया. बाद में उन्होंने आईसीसी मैच रेफरी के रूप में भी सेवा दी और क्रिकेट से जुड़े कई लोगों के लिए सलाहकार बने. 2023 में उन्हें क्रिकेट में उनके योगदान के लिए “ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया” से सम्मानित किया गया.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन माइक बेयर्ड ने शोक संदेश में कहा, “हमें बॉब काउपर के निधन की खबर से गहरा दुख हुआ है. वह एक बेहतरीन बल्लेबाज थे और एमसीजी पर उनके तिहरे शतक को हमेशा याद रखा जाएगा. 1960 के दशक में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई और विक्टोरियन टीमों में बड़ी भूमिका निभाई. इसके अलावा, आईसीसी मैच रेफरी और सलाहकार के रूप में भी उन्होंने अहम योगदान दिया. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की ओर से हम उनके परिवार, दोस्तों और साथियों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हैं.”
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