Ahmedabad, 9 सितंबर . 11वीं एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन भारतीय तैराकी महासंघ द्वारा, एशिया एक्वेटिक्स के तत्वावधान में, गुजरात खेल प्राधिकरण के सहयोग से किया जाएगा. यह एशिया में जलीय खेलों का प्रमुख महाद्वीपीय आयोजन है, जिसमें तैराकी, गोताखोरी, कलात्मक तैराकी और वाटर पोलो शामिल हैं. इस अवसर पर गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा कि सरकार चैंपियनशिप के दौरान श्रेष्ठतम सुविधा देगी.
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी में इस अवसर पर कहा, मैं भारतीय तैराकों का गुजरात की धरती पर स्वागत करता हूं. आप सभी को देखकर गुजरात से भी तैराक निकलेंगे और राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनेंगे. गुजरात कुछ समय से कई अहम प्रतियोगिताओं की मेजबानी करता रहा है. हमने सभी टूर्नामेंट में अच्छी सुविधा देने की कोशिश की है. इसके लिए राज्य का खेल विभाग बधाई का पात्र है. 28 देशों से 900 खिलाड़ी और कुल मिलाकर 1200 लोगों की मेजबानी गुजरात करने जा रहा है. मैं वादा करता हूं कि वीर सावरकर स्टेडियम में हम दुनिया की श्रेष्ठतम सुविधा देंगे.
1980 के दशक के उत्तरार्ध में अपनी शुरुआत के बाद से यह चैंपियनशिप एशिया के शीर्ष जलीय एथलीटों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतिस्पर्धी मंच रही है, जिसमें जापान, चीन और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के कई ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता खिलाड़ियों ने शिरकत की है. परंपरागत रूप से हर चार साल में आयोजित होने वाली इस चैंपियनशिप को विश्व एक्वेटिक्स से मान्यता मिली है.
यह अक्सर एशियाई खेलों, ओलंपिक खेलों और विश्व चैंपियनशिप सहित वैश्विक प्रतियोगिताओं के लिए क्वालीफाइंग मार्ग के रूप में कार्य करती है, जिससे यह अंतर्राष्ट्रीय खेल कैलेंडर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण आयोजन बन जाता है. इसका 10वां संस्करण 2016 में टोक्यो में आयोजित किया गया था और इसे एशियाई तैराकी चैंपियनशिप का नाम दिया गया था. एशिया एक्वेटिक्स ने Ahmedabad में आयोजित होने वाले 11वें संस्करण का नाम बदलकर एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप कर दिया है.
एशियाई एक्वेटिक्स चैंपियनशिप का 11वां संस्करण 28 सितंबर से 11 अक्टूबर 2025 तक Ahmedabad, गुजरात में आयोजित किया जाएगा, जो भारत में इस प्रतिष्ठित आयोजन की पहली मेजबानी होगी. यह आयोजन ओलंपिक मानकों के अनुसार नवनिर्मित वीर सावरकर खेल परिसर में आयोजित किया जाएगा और इसमें विभिन्न खेलों में 30 से अधिक प्रतिभागी देश भाग लेंगे. भारतीय एथलीटों को घरेलू मैदान का लाभ और कड़ी प्रतिस्पर्धा का अनुभव प्रदान करने के अलावा, यह चैंपियनशिप 2026 एशियाई खेलों के लिए एक मान्यता प्राप्त क्वालीफाइंग इवेंट के रूप में भी महत्वपूर्ण है. इससे एथलीटों को अपना स्थान/योग्यता मानक सुरक्षित करने का अवसर मिलता है.
गुजरात और भारत के लिए इस चैंपियनशिप की मेजबानी केवल एक खेल उपलब्धि से कहीं अधिक है. यह क्षमता और महत्वाकांक्षा का प्रतीक है. Ahmedabad ने 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों और 2036 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए भारत की दावेदारी में खुद को अग्रणी स्थान पर स्थापित किया है और इस तरह के एक बड़े आयोजन का सफलतापूर्वक आयोजन, प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी करने की अपनी क्षमता को प्रदर्शित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
सरदार वल्लभभाई पटेल स्पोर्ट्स एन्क्लेव और वीर सावरकर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के माध्यम से राज्य वैश्विक मानकों को पूरा करने वाला बेहतर बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है. साथ ही भावी पीढ़ियों के लिए एक स्थायी खेल पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण भी कर रहा है.
इस आयोजन का महत्व न केवल इसके द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रतिस्पर्धी अवसरों में निहित है. इसके द्वारा निर्मित होने वाली विरासत में भी निहित है. यह आयोजन भारत में जलीय खेलों को लोकप्रिय बनाने, देश के एथलीट विकास पाइपलाइन को मजबूत करने और Ahmedabad की एक उभरते वैश्विक खेल स्थल के रूप में छवि को मजबूत करने में मदद करेगा.
गुजरात सरकार के लिए यह चैंपियनशिप 2036 के ओलंपिक की मेजबानी के उसके दीर्घकालिक दृष्टिकोण का आधार तैयार कर सकता है, जो संगठनात्मक उत्कृष्टता, बुनियादी ढांचे की तत्परता और उच्च-स्तरीय, बहुराष्ट्रीय खेल आयोजनों की मेजबानी करने की क्षमता को प्रदर्शित करती है.
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पीएके/
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