New Delhi, 24 अक्टूबर . बिहार विधानसभा चुनाव के बीच Friday का दिन जननायक India रत्न कर्पूरी ठाकुर और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी के नाम रहा.
सीताराम केसरी की पुण्यतिथि पर Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने श्रद्धांजलि अर्पित की. कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने भी केसरी को श्रद्धांजलि दी.
इस अवसर पर कांग्रेस नेताओं द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित किए जाने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस को सीताराम केसरी की याद आई है.
यह सवाल इसलिए भी उठा, क्योंकि Friday को Prime Minister मोदी ने समस्तीपुर में जननायक कर्पूरी ठाकुर के पैतृक गांव में उन्हें श्रद्धांजलि दी और एक जनसभा को संबोधित किया.
25 साल बाद सीताराम केसरी की कांग्रेस को क्यों याद आई. इस सवाल के जवाब में कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने कहा कि जहां तक सीताराम केसरी को सम्मान देने की बात है, बिहार में प्रदेश कांग्रेस कमेटी नियमित रूप से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करती रही है. यह कोई नई बात नहीं है. उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को भाजपा द्वारा याद किए जाने और कांग्रेस द्वारा केसरी को श्रद्धांजलि देने को जोड़ने के सवाल पर स्पष्ट किया कि ऐसी कोई बात नहीं है. कर्पूरी ठाकुर और सीताराम केसरी की कोई तुलना नहीं है. दोनों अपने-अपने स्थान पर बड़े नेता रहे हैं. लेकिन केसरी जी का Political जीवन बहुत संघर्षपूर्ण रहा है.
उन्होंने एक कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की और राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का सफर तय किया. मेरे लिए तो वे मेंटर थे, उन्होंने मुझे राजनीति में आगे बढ़ाया.
Prime Minister मोदी के समस्तीपुर दौरे और उनके बयान पर कि जननायक सिर्फ एक हैं, वह कर्पूरी ठाकुर हैं, और कुछ लोग जननायक बनने का असफल प्रयास कर रहे हैं. इस पर तारिक अनवर ने कहा कि जनता तय करती है कि कौन जननायक है. हमारे कार्यों के आधार पर जनता हमें जननायक मानती है. किसी के कहने से इसे रोका नहीं जा सकता. जनता स्वयं अपने नेताओं को स्वीकार करती है.
–
डीकेएम/एबीएम
You may also like

मां की ममता आड़े देख बॉयफ्रेंड बना कातिल, गर्लफ्रेंड के बच्चे को रास्ते से हटाया, 5 माह के रिलेशनशिप में खूनी खेल

महाभारत काल से चली आ रही है छठ पूजा की परम्परा

India Weather Forecast : प्रदूषण का कहर, गर्भवती महिलाओं पर खतरा, जानें आज दिल्ली-यूपी का मौसम अपडेट

अमेरिका के खिलाफ वेनेजुएला ने तैनात किए भारत वाली 5000 Igla-S मिसाइलें, क्या ट्रंप के जहाजों को बना पाएगा कब्रगाह?

क्रिप्टोकरेंसी अब कानूनी संपत्ति के रूप में मान्य, मद्रास हाईकोर्ट ने जानें क्या कहा!




