Mumbai , 1 अक्टूबर . India में इजराइल के महावाणिज्यदूत यानिव रेवाच ने भारत-इजराइल संबंधों को और मजबूत करने के साथ-साथ पश्चिमी एशिया में शांति की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता दोहराई.
उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से इजरायली नागरिक अपनी सुरक्षा के लिए शेरों की तरह लड़ रहे हैं. इस दौरान इजरायल ने कई कठिन परिस्थितियों का सामना किया है. इजरायल एक शांतिपूर्ण क्षेत्र की कामना करता है और इस दिशा में अमेरिकी President डोनाल्ड ट्रंप की किसी भी शांति पहल का स्वागत करता है.
इसके साथ ही उन्होंने भारतीय Prime Minister Narendra Modi की मित्रता और नेतृत्व के लिए आभार व्यक्त किया.
यानिव रेवाच ने कहा, “हम Prime Minister मोदी की टिप्पणियों और उनके नेतृत्व की तहे दिल से सराहना करते हैं. उन्होंने हमेशा पश्चिमी एशिया में शांति के महत्व पर जोर दिया है और हमें इस क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना है.”
उन्होंने आगे कहा कि इजरायल President डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व और उनके प्रति मित्रता की कद्र करता है.
यानिव रेवाच ने इजराइली Prime Minister बेंजामिन नेतन्याहू के हालिया बयान का हवाला देते हुए कहा कि इजरायल अमेरिकी शांति प्रस्ताव का स्वागत करता है, लेकिन इसकी कुछ शर्तें हैं. इनमें सबसे पहले सभी इजरायली बंधकों की रिहाई, हमास का पूर्ण निरस्त्रीकरण और गाजा का विसैन्यीकरण शामिल है.
उन्होंने कहा, “हमास को निरस्त्र करना और सभी बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है. India ने हमेशा क्षेत्र में शांति की वकालत की है और हम इस दृष्टिकोण का सम्मान करते हैं.”
यानिव रेवाच ने जोर देकर कहा कि शांति की शुरुआत बंधकों की रिहाई से ही हो सकती है और इजरायल हर उस पहल का स्वागत करता है, जो इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद का हाथ बढ़ाता है.
India के साथ संबंधों पर बात करते हुए, यानिव रेवाच ने भारतीय संस्कृति और विरासत की प्रशंसा की.
उन्होंने कहा, “India की संस्कृति और परंपराएं बहुत समृद्ध हैं. मैं कई सालों से मसाला चाय का शौकीन रहा हूं. अब मैं India के स्थानीय व्यंजनों, बाजारों और पर्यटन स्थलों का आनंद लेते हुए इस खूबसूरत देश को और करीब से जानने की कोशिश कर रहा हूं.”
यानिव रेवाच ने India और इजरायल के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता भी दोहराई.
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंधों को और गहरा करने के लिए वे अपने कार्यकाल के दौरान सक्रिय रूप से काम करेंगे.
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एकेएस/डीएससी