पटना, 25 जून . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के कंधों पर डाली गई है. लालू को सर्वसम्मति से पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. लालू को अध्यक्ष चुने जाने पर लोजपा (रामविलास) सांसद अरुण भारती ने इसे व्यक्तिगत तानाशाही करार दिया है. उन्होंने कहा कि इससे साफ होता है कि इस पार्टी में सारे फैसले एक ही आदमी लेता है और दूसरा नामांकन दाखिल करने की भी नहीं सोच सकता है.
लोजपा (रामविलास) सांसद अरुण भारती ने बुधवार को समाचार एजेंसी से बातचीत की. उन्होंने कहा कि जिस तरह तेजस्वी यादव दावा करते हैं कि उनकी पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है. लेकिन, इनकी पार्टी में आंतरिक तानाशाही का इससे बेहतर उदाहरण और कुछ नहीं हो सकता. जब लालू प्रसाद ने नामांकन दाखिल किया था, तब किसी ने उनके खिलाफ प्रतीकात्मक नामांकन दाखिल करने की भी हिम्मत नहीं की थी. सांकेतिक तौर पर किसी ने नामांकन नहीं किया. बाबासाहेब की तस्वीर जब उनके पैर के पास रखी गई तो कहा गया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है. जब राष्ट्रीय अध्यक्ष के नामांकन की बात आई तो उनकी तबीयत ठीक हो जाती है. इससे एक चीज समझ आती है कि उनके लिए पद ही सबकुछ है.
चुनाव आयोग की ओर से घर-घर जाकर सत्यापन करने पर लोजपा (रामविलास) सांसद अरुण भारती ने कहा कि यह फैसला सही है. चुनाव आयोग के पास मतदाताओं, खासकर वैध मतदाताओं के सत्यापन का विशेष अधिकार है और अगर वे घर-घर जाकर सत्यापन करना चाहते हैं तो इस कदम की सराहना और स्वागत किया जाना चाहिए. यह बहुत जरूरी है कि सटीक आंकड़े सामने आएं. जब भी सत्यापन किया जाए. जो सही वोटर हैं उन्हें रखा जाए. जिनके पास एक से ज्यादा वोटर कार्ड हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए.
लोजपा सांसद अरुण भारती ने आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए अच्छी चीजों का श्रेय लिया और स्वार्थ के लिए बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान के साथ छेड़छाड़ की. उन्होंने संविधान को तोड़-मरोड़कर अपने पक्ष में इस्तेमाल किया. सांसद ने जोर देकर कहा कि ऐसी गलतियों से सबक लेना जरूरी है और बाबा साहब के संविधान को आपराधिक स्वार्थ के लिए दुरुपयोग करने वालों को इसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की ओर से 29 जून 2025 को बिहार के राजगीर में आयोजित होने वाले “बहुजन भीम संकल्प समागम” के बारे में पार्टी सांसद अरुण भारती ने कहा कि इस सभा का उद्देश्य पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय रामविलास पासवान के विचारों को आगे बढ़ाना है, जिन्हें कुछ राजनीतिक ताकत केवल एक वर्ग विशेष के नेता के रूप में सीमित करना चाहती थीं.
अरुण भारती के अनुसार, चिराग पासवान अपने पिता के उपदेशों को अपनाते हुए हर समाज और वर्ग के लोगों से जुड़ रहे हैं. इस समागम के जरिए चिराग पासवान का विजन “बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट” को और मजबूत करना है, जिसका लक्ष्य बिहार को विकसित बनाना और हर समाज के लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ाना है. इस आयोजन में चिराग पासवान लोगों के विचारों को सुनने और उनके साथ संवाद स्थापित करेंगे.
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डीकेएम/एएस
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