Patna, 12 अक्टूबर . बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव का भाई तेजस्वी यादव के साथ विवाद अब साफ तौर पर दिखाई देने लगा है. तेज प्रताप अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को अब नेटवर्किंग साइट एक्स पर फॉलो भी नहीं करते हैं. इस बीच, उन्होंने महुआ विधानसभा की जनता से मतलब होने की बात कही है.
तेज प्रताप यादव ने Sunday को Patna में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें किसी से कोई मतलब नहीं है, उन्हें सिर्फ महुआ की जनता से मतलब है. उन्होंने कहा कि चुनाव का माहौल है तो नेता क्षेत्र और जनता के बीच जाते हैं. महुआ के विधायक मुकेश रौशन के नाम पर भड़के पूर्व मंत्री तेज प्रताप ने कहा कि वे फालतू लोगों का नाम नहीं लेना चाहते. कौन एक्टिव है, कौन नहीं है, इससे कोई मतलब नहीं है. मुझे सिर्फ महुआ की जनता से मतलब है.
उन्होंने कहा कि महुआ में किसने मेडिकल कॉलेज बनाया, किसने सड़क बनाई, यह सभी लोग जानते हैं. यह छिपने वाली बात नहीं है. इस दौरान उन्होंने नामांकन पर्चा भरने की तिथि को लेकर कहा कि जब नामांकन दाखिल करूंगा तो बता दूंगा. इस क्रम में उन्होंने तेजस्वी यादव को अनफॉलो करने को लेकर कोई सीधा जवाब नहीं दिया. इससे पहले, नवगठित जनशक्ति जनता दल (जेजेडी) के नेता तेज प्रताप यादव ने घोषणा की कि उनकी पार्टी 13 अक्टूबर को प्रत्याशियों की सूची जारी करेगी.
बता दें कि तेज प्रताप यादव को उनके एक फेसबुक पोस्ट पर विवाद के बाद नैतिक और सामाजिक मूल्यों का आरोप लगाते हुए पार्टी के प्रमुख लालू यादव ने उन्हें पार्टी और परिवार से निष्कासित कर दिया था. पार्टी से निष्कासित होने के बाद उन्होंने जनशक्ति जनता दल बनाया. तेज प्रताप ने बिहार विधानसभा चुनाव में महुआ से चुनाव लड़ने की घोषणा की है. वर्तमान में वहां से मुकेश रौशन राजद के विधायक हैं. बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा. मतगणना 14 नवंबर को होगी.
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और जनता दल (यूनाइटेड) (जदयू) के नेतृत्व वाले एनडीए और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के बीच माना जा रहा है.
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एमएनपी/डीकेपी
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