वास्तु शास्त्र में घर के मंदिर से संबंधित कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है। इनमें से एक महत्वपूर्ण प्रश्न है कि घर के मंदिर में क्या रखना उचित है और क्या नहीं। इस लेख में हम जानेंगे कि क्या घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर रखना सही है या नहीं।
पूर्वजों की तस्वीर का महत्व

घर में पूर्वजों की तस्वीर लगाने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है। हालांकि, कई बार लोग तस्वीर लगाने में गलतियां कर देते हैं, जिससे घर में नकारात्मकता आ सकती है। वास्तु शास्त्र में पूर्वजों की तस्वीर लगाने के लिए कुछ विशेष नियम बताए गए हैं। इन नियमों का पालन करने से पूर्वज खुश होते हैं और समस्याओं से राहत मिलती है।
क्या घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर रख सकते हैं:
वास्तु शास्त्र के अनुसार, यह ध्यान रखना आवश्यक है कि पूर्वजों की तस्वीर को कभी भी किसी जीवित व्यक्ति की तस्वीर के साथ न लगाएं। इसके अलावा, पूर्वजों की तस्वीर बेडरूम, मंदिर या रसोई में नहीं लगानी चाहिए, क्योंकि इससे घर में अशांति का माहौल बन सकता है। जहां पूर्वजों की तस्वीर हो, वहां रोज शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए। अमावस्या के दिन भी दीपक जलाना चाहिए, जिससे पूर्वजों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
घर की इस दिशा में लगाएं पूर्वजों की तस्वीर:
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूर्वजों की तस्वीर को सही दिशा में लगाना चाहिए। इसके लिए दक्षिण दिशा का चुनाव करना चाहिए, क्योंकि यह दिशा यम देवता और पूर्वजों से जुड़ी मानी जाती है। ध्यान दें कि घर के मंदिर में पूर्वजों की तस्वीर लगाना अशुभ माना जाता है, जिससे घर में समस्याएं आ सकती हैं।
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