Asia Cup 2025 : कोच गौतम गंभीर ने एशिया कप 2025 के लिए एक नई रणनीति तैयार की है, जो सभी खिलाड़ियों के लिए फायदेमंद नहीं हो सकती। सूत्रों के अनुसार, दो खिलाड़ी पूरे टूर्नामेंट के दौरान बेंच पर रह सकते हैं, जैसा कि पहले अभिमन्यु और कुलदीप के साथ हुआ था।
इस रणनीति का उद्देश्य टीम का संतुलन और लचीलापन बनाए रखना है। प्रशंसक इन खिलाड़ियों के नाम जानने के लिए उत्सुक हैं, और यह निर्णय गंभीर के विजयी संयोजन पर ध्यान केंद्रित करने का संकेत देता है। इस पर क्रिकेट प्रेमियों के बीच पहले से ही बहस चल रही है।
गौतम गंभीर की साहसिक योजना Asia Cup 2025 के लिए गौतम गंभीर की साहसिक रणनीति
जैसे-जैसे एशिया कप 2025 नजदीक आ रहा है, सभी की नजरें कोच गौतम गंभीर की रणनीति पर हैं। पूर्व सलामी बल्लेबाज ने एक ऐसी योजना बनाई है जो कई लोगों को, यहां तक कि टीम के कुछ खिलाड़ियों को भी, चौंका सकती है।
सूत्रों के अनुसार, संजू सैमसन और शिवम दुबे पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं खेल पाएंगे। यह कदम पहले अभिमन्यु और कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ियों को बेंच पर बैठाने के उदाहरणों की याद दिलाता है। इस निर्णय ने लोगों को चौंकाया है, लेकिन यह गंभीर की उच्च दबाव वाले मैचों में निरंतरता और स्थिरता सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
सैमसन और दुबे की स्थिति सैमसन और दुबे क्यों बाहर हो सकते हैं
संजू सैमसन अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग क्षमता के बावजूद जीतेश शर्मा और शुभमन गिल से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। कोच गंभीर और टीम प्रबंधन सैमसन को ओपनिंग में खिलाना चाहते हैं, लेकिन यदि शुभमन फिट होते हैं, तो वह प्राथमिक विकल्प होंगे। वहीं, जीतेश शर्मा निचले क्रम में एक स्थायी विकल्प हैं। हाल ही में सैमसन का प्रदर्शन भी संतोषजनक नहीं रहा है, जिससे उनकी टीम में जगह बनाना मुश्किल हो सकता है।
दूसरी ओर, शिवम दुबे को भी निचले क्रम में खेलने का मौका नहीं मिल सकता है। मुख्य ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या उनकी सबसे बड़ी चुनौती हैं। पांड्या अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी और गेंदबाजी के साथ टीम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे में टीम प्रबंधन संतुलन में बदलाव करने के लिए अनिच्छुक है। गंभीर की रणनीति ऐसे संयोजन पर केंद्रित है जो महत्वपूर्ण मैचों के लिए अनुभव और मैच-विजेता खिलाड़ियों को अधिकतम करे।
टीम संतुलन पर बहस टीम संतुलन और बेंच स्ट्रेंथ पर बहस
सैमसन और दुबे के बेंच पर रहने की संभावना ने प्रशंसकों और विशेषज्ञों के बीच बहस छेड़ दी है। कुछ का मानना है कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बनाए रखना एक रणनीतिक चाल है, जबकि कुछ का मानना है कि प्रतिभाशाली खिलाड़ियों का कम उपयोग करना नुकसानदेह हो सकता है। गंभीर ने हमेशा अपनी भूमिकाओं में स्पष्टता और अपनी पहली पसंद के खिलाड़ियों पर भरोसा रखने पर जोर दिया है।
हालांकि इस जोड़ी को एशिया कप 2025 के भारतीय प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं मिल सकता है, लेकिन उनकी मौजूदगी टीम में गहराई और चोटिल खिलाड़ियों के लिए बैकअप सुनिश्चित करती है। सैमसन और दुबे का ध्यान तैयार रहने और मिलने वाले हर मौके का पूरा फायदा उठाने पर होगा। तब तक, वे एक सुनियोजित योजना के तहत ट्रॉफी उठाने के लिए दृढ़ संकल्पित टीम के प्रमुख रिजर्व खिलाड़ी बने रहेंगे।
You may also like
जम्मू-कशमीर: कटरा-वैष्णो देवी मार्ग पर बड़ा हादसा, अर्धकुंवारी में भूस्खलन से 5 श्रद्धालुओं की मौत, 14 लोग घायल
काला जला तवा चमकने लगेगा नए जैसा, रसोई की इन 3 चीजोंˈ से बस एक बार करनी होगी सफाई
भारत में हर साल लाखों लोगों की मौत का कारण बन रहाˈ यह किचन का आम तेल जानिए कौन सा है ये धीमा ज़हर और कैसे करें बचाव
वाराणसी में एचआईवी के 19 पॉजिटिव मिले : डॉ प्रेम प्रकाश
कटरा भूस्खलन : एलजी सिन्हा और सीएम अब्दुल्ला ने जताया दुख, जम्मू में बुधवार को सभी सरकारी दफ्तर और स्कूल बंद