शेयर मार्केट में गुरुवार की तूफानी तेज़ी के बीच कुछ ऐसे स्टॉक भी रहे, जिनमें खबरों के कारण तेज़ी रही. निफ्टी ने गुरुवार को 25500 का लेवल अपसाइड ब्रेक करते हुए इस लेवल के ऊपर क्लोज़िंग दी. इस बीच पावर सेक्टर की कंपनी JSW Energy Ltd के शेयर प्राइस में नए ऑर्डर मिलने की खबर से तेज़ी रही.
JSW Energy Ltd के शेयर गुरुवार को 2% की तेज़ी के साथ 517.35 रुपए के लेवल पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 90.29 हज़ार करोड़ रुपए है.
जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड ने अपनी स्टेप-डाउन सहायक कंपनी एनर्जिजेन्ट पावर प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से आईएसटीएस से जुड़ी 300 मेगावाट सौर-पवन हाइब्रिड क्षमता के लिए एनएचपीसी लिमिटेड के साथ एक बिजली खरीद समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं. पीपीए पर 3.49 रुपये प्रति किलोवाट घंटा की दर से 25 वर्षों के लिए बिजली की सप्लाय के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं. उक्त परियोजना के अगले 24 महीनों में चालू होने की उम्मीद है और यह राजस्थान और आंध्र प्रदेश में स्थित है.
JSW एनर्जी की कुल लॉक-इन प्रोडक्शन कैपिसिटी 29.9 गीगावाट है, जिसमें 12.5 गीगावाट चालू, 12.8 गीगावाट पवन, तापीय और जलविद्युत में निर्माणाधीन और 4.6 गीगावाट की पाइपलाइन शामिल है। कंपनी के पास 26.4 गीगावाट की हाइड्रो पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट और 2.9 गीगावाट की बैटरी पावर स्टोरेज सिस्टम के माध्यम से 29.3 गीगावाट की लॉक-इन ऊर्जा भंडारण क्षमता भी है. कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक 30 गीगावाट उत्पादन क्षमता और 40 गीगावाट ऊर्जा भंडारण क्षमता तक पहुंचना और 2050 तक कार्बन तटस्थता हासिल करना है.
भारत में निजी क्षेत्र की एक प्रमुख बिजली उत्पादक कंपनी जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले जेएसडब्ल्यू ग्रुप का हिस्सा है. कंपनी ने बिजली उत्पादन और ट्रांसमिशन में अपनी परिसंपत्तियों को विविधतापूर्ण बनाया है. कंपनी ने 2000 में विजयनगर, कर्नाटक में अपने 2x130 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट के साथ वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया था, जिसने अपनी बिजली उत्पादन क्षमता को 260 मेगावाट से बढ़ाकर 12.5 गीगावाट कर लिया है. जेएसडब्ल्यू एनर्जी सक्रिय रूप से 12.8 गीगावाट की परियोजनाओं का निर्माण कर रही है, जिसका एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य 2030 तक कुल बिजली उत्पादन क्षमता को 30 गीगावाट तक पहुंचाना है, जिसे मजबूत संचालन, मजबूत कॉर्पोरेट प्रशासन और विवेकपूर्ण पूंजी आवंटन रणनीतियों द्वारा समर्थित किया गया है.
कंपनी के शेयर प्राइस पिछले एक माह में 18% के नेगेटिव रिटर्न पर चल रहे हैं. यह कंपनी अपने निवेशको को 20 प्रतिशत का अच्छा लाभांश भुगतान कर रही है. मार्च 2025 तक भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पास कंपनी की 6.57 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
JSW Energy Ltd के शेयर गुरुवार को 2% की तेज़ी के साथ 517.35 रुपए के लेवल पर बंद हुए. कंपनी का मार्केट कैप 90.29 हज़ार करोड़ रुपए है.
जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड ने अपनी स्टेप-डाउन सहायक कंपनी एनर्जिजेन्ट पावर प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से आईएसटीएस से जुड़ी 300 मेगावाट सौर-पवन हाइब्रिड क्षमता के लिए एनएचपीसी लिमिटेड के साथ एक बिजली खरीद समझौते (पीपीए) पर हस्ताक्षर किए हैं. पीपीए पर 3.49 रुपये प्रति किलोवाट घंटा की दर से 25 वर्षों के लिए बिजली की सप्लाय के लिए हस्ताक्षर किए गए हैं. उक्त परियोजना के अगले 24 महीनों में चालू होने की उम्मीद है और यह राजस्थान और आंध्र प्रदेश में स्थित है.
JSW एनर्जी की कुल लॉक-इन प्रोडक्शन कैपिसिटी 29.9 गीगावाट है, जिसमें 12.5 गीगावाट चालू, 12.8 गीगावाट पवन, तापीय और जलविद्युत में निर्माणाधीन और 4.6 गीगावाट की पाइपलाइन शामिल है। कंपनी के पास 26.4 गीगावाट की हाइड्रो पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट और 2.9 गीगावाट की बैटरी पावर स्टोरेज सिस्टम के माध्यम से 29.3 गीगावाट की लॉक-इन ऊर्जा भंडारण क्षमता भी है. कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2030 तक 30 गीगावाट उत्पादन क्षमता और 40 गीगावाट ऊर्जा भंडारण क्षमता तक पहुंचना और 2050 तक कार्बन तटस्थता हासिल करना है.
भारत में निजी क्षेत्र की एक प्रमुख बिजली उत्पादक कंपनी जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड 23 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाले जेएसडब्ल्यू ग्रुप का हिस्सा है. कंपनी ने बिजली उत्पादन और ट्रांसमिशन में अपनी परिसंपत्तियों को विविधतापूर्ण बनाया है. कंपनी ने 2000 में विजयनगर, कर्नाटक में अपने 2x130 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट के साथ वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया था, जिसने अपनी बिजली उत्पादन क्षमता को 260 मेगावाट से बढ़ाकर 12.5 गीगावाट कर लिया है. जेएसडब्ल्यू एनर्जी सक्रिय रूप से 12.8 गीगावाट की परियोजनाओं का निर्माण कर रही है, जिसका एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य 2030 तक कुल बिजली उत्पादन क्षमता को 30 गीगावाट तक पहुंचाना है, जिसे मजबूत संचालन, मजबूत कॉर्पोरेट प्रशासन और विवेकपूर्ण पूंजी आवंटन रणनीतियों द्वारा समर्थित किया गया है.
कंपनी के शेयर प्राइस पिछले एक माह में 18% के नेगेटिव रिटर्न पर चल रहे हैं. यह कंपनी अपने निवेशको को 20 प्रतिशत का अच्छा लाभांश भुगतान कर रही है. मार्च 2025 तक भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के पास कंपनी की 6.57 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
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