सरकारी स्वामित्व वाले यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 4,116 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया है, जो पिछले साल की समान तिमाही में हुए 3,679 करोड़ रुपये के मुनाफे की तुलना में 12% अधिक है। बैंक ने यह जानकारी शनिवार को नियामकीय फाइलिंग में दी।
आय में बढ़ोतरी, लेकिन नेट इंटरेस्ट इनकम में गिरावटबैंक की कुल आय जून 2025 की तिमाही में बढ़कर 31,791 करोड़ हो गई, जो एक साल पहले 30,874 करोड़ रुपये थी। ब्याज से हुई कमाई 27,296 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 26,364 करोड़ रुपये थी। हालांकि, नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) घटकर 9,113 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले साल यह 9,412 करोड़ रुपये थी।
ऑपरेटिंग मुनाफा गिरा, लेकिन बैड लोन घटने से राहतबैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी घटकर 6,909 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 7,785 करोड़ रुपये था। हालांकि, बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ है। सकल एनपीए (Gross NPA) जून 2025 के अंत तक घटकर 3.52% रह गया, जो एक साल पहले 4.54% था।
इसी तरह नेट एनपीए भी 0.90% से घटकर 0.62% हो गया। इसके चलते बैड लोन के लिए किए गए प्रावधान 1,651 करोड़ रुपये से घटकर 1,153 करोड़ रुपये रह गए।
रिटर्न और कैपिटल स्ट्रेंथ में सुधारप्रावधान कवरेज अनुपात (PCR) 116 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 94.65% हो गया है। रिटर्न ऑन एसेट्स (ROA) भी 1.06% से बढ़कर 1.11% पर पहुंच गया है। बैंक का कैपिटल एडेक्वेसी रेशों 17.02% से बढ़कर 18.3% हो गया है, जो मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
कुल कारोबार में 5% की वृद्धिबैंक का कुल कारोबार (ब्याज देने वाले और लेने वाले हिस्से को मिलाकर) 5% बढ़कर 22.14 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो जून 2024 के अंत में 21.08 लाख करोड़ रुपये था। इसके अंतर्गत ग्रॉस एडवांस भी 9.12 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 9.74 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
आय में बढ़ोतरी, लेकिन नेट इंटरेस्ट इनकम में गिरावटबैंक की कुल आय जून 2025 की तिमाही में बढ़कर 31,791 करोड़ हो गई, जो एक साल पहले 30,874 करोड़ रुपये थी। ब्याज से हुई कमाई 27,296 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 26,364 करोड़ रुपये थी। हालांकि, नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) घटकर 9,113 करोड़ रुपये रह गई, जबकि पिछले साल यह 9,412 करोड़ रुपये थी।
ऑपरेटिंग मुनाफा गिरा, लेकिन बैड लोन घटने से राहतबैंक का ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी घटकर 6,909 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 7,785 करोड़ रुपये था। हालांकि, बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ है। सकल एनपीए (Gross NPA) जून 2025 के अंत तक घटकर 3.52% रह गया, जो एक साल पहले 4.54% था।
इसी तरह नेट एनपीए भी 0.90% से घटकर 0.62% हो गया। इसके चलते बैड लोन के लिए किए गए प्रावधान 1,651 करोड़ रुपये से घटकर 1,153 करोड़ रुपये रह गए।
रिटर्न और कैपिटल स्ट्रेंथ में सुधारप्रावधान कवरेज अनुपात (PCR) 116 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 94.65% हो गया है। रिटर्न ऑन एसेट्स (ROA) भी 1.06% से बढ़कर 1.11% पर पहुंच गया है। बैंक का कैपिटल एडेक्वेसी रेशों 17.02% से बढ़कर 18.3% हो गया है, जो मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है।
कुल कारोबार में 5% की वृद्धिबैंक का कुल कारोबार (ब्याज देने वाले और लेने वाले हिस्से को मिलाकर) 5% बढ़कर 22.14 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो जून 2024 के अंत में 21.08 लाख करोड़ रुपये था। इसके अंतर्गत ग्रॉस एडवांस भी 9.12 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 9.74 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
(अस्वीकरण: विशेषज्ञों द्वारा दी गई सिफारिशें, सुझाव, विचार और राय उनके अपने हैं। ये इकोनॉमिक टाइम्स हिन्दी के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।)
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