12 अगस्त, मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने देश के विकास के लिए कई परियोजनाओं को मंजूरी दी. इनमें 4 सेमीकंडक्टर परियोजनाएं भी शामिल हैं. केंद्रीय कैबिनेट की इस बैठक में सेमीकंडक्टर उद्योग में निवेश के साथ ही दो अन्य महत्वपूर्ण फैसले लिए गए जिनमें एक बड़ी हाइड्रो इलेक्ट्रिक परियोजना और दूसरा लखनऊ मेट्रो का विस्तार शामिल है.
सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए बजट देश की टेक इंडस्ट्री में जान फूंकन के लिए इन चार सेमीकंडक्टर परियोजनाओं में निवेश के लिए कुल 4594 करोड रुपये खर्च का अनुमान लगाया गया है. भारत सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत इन परियोजनाओं को आंध्र प्रदेश, पंजाब और ओड़ीशा जैसे राज्यों में स्थापित किया जाएगा. मोदी सरकार के इस फैसले से इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण के सेक्टर को और मजबूती मिलेगी. जिससे भारत आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से आगे बढ़ेगा.
सेमीकंडक्टर हब बनने के लिए तैयार है भारतभारत ग्लोबल लेवल पर सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अपनी ताकत को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है. जिसके लिए सरकार के द्वारा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की स्थापना की जा रही है. ताकि इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में भारत एक बड़ी भूमिका निभाएं. पहले से छह परियोजनाओं पर काम चल रहा है. अब नई परियोजनाओं के बाद इस सेक्टर में कुल सरकार की 10 परियोजनाएं शुरू हो जाएगी.
बढ़ेंगे रोजगार के अवसर इन नई परियोजनाओं से केवल भारत सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में मजबूती हासिल हीं नहीं करेगा, बल्कि इससे देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. जहां इन परियोजनाओं की शुरुआत हो रही है वहां कई लोगों को रोजगार दिए जाएंगे.
किन प्लांट को कैबिनेट की मिली मंजूरी
ओडिशा के भुवनेश्वर में 3D ग्लासेस सॉल्यूशन इंक और सिक्सेम प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा एक-एक प्लांट की स्थापना की जाएगी. पंजाब के मोहाली में कॉन्टिनेंटल डिवाइस इंडिया लिमिटेड के द्वारा सेमीकंडक्टर के यूनिट की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा आंध्र प्रदेश में एडवांस सिस्टम इन पैकेज (ASIP) टेक्नोलॉजी के द्वारा यूनिट की स्थापना की जाएगी.
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Union Cabinet approves 4 semiconductor manufacturing units in Odisha, Punjab and Andhra Pradesh with an outlay of Rs. 4594 Crores. https://t.co/STFJPExYY3 pic.twitter.com/5EkRwTBliU
— ANI (@ANI) August 12, 2025
सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए बजट देश की टेक इंडस्ट्री में जान फूंकन के लिए इन चार सेमीकंडक्टर परियोजनाओं में निवेश के लिए कुल 4594 करोड रुपये खर्च का अनुमान लगाया गया है. भारत सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत इन परियोजनाओं को आंध्र प्रदेश, पंजाब और ओड़ीशा जैसे राज्यों में स्थापित किया जाएगा. मोदी सरकार के इस फैसले से इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण के सेक्टर को और मजबूती मिलेगी. जिससे भारत आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से आगे बढ़ेगा.
सेमीकंडक्टर हब बनने के लिए तैयार है भारतभारत ग्लोबल लेवल पर सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अपनी ताकत को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है. जिसके लिए सरकार के द्वारा मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की स्थापना की जा रही है. ताकि इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में भारत एक बड़ी भूमिका निभाएं. पहले से छह परियोजनाओं पर काम चल रहा है. अब नई परियोजनाओं के बाद इस सेक्टर में कुल सरकार की 10 परियोजनाएं शुरू हो जाएगी.
बढ़ेंगे रोजगार के अवसर इन नई परियोजनाओं से केवल भारत सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में मजबूती हासिल हीं नहीं करेगा, बल्कि इससे देश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. जहां इन परियोजनाओं की शुरुआत हो रही है वहां कई लोगों को रोजगार दिए जाएंगे.
किन प्लांट को कैबिनेट की मिली मंजूरी
ओडिशा के भुवनेश्वर में 3D ग्लासेस सॉल्यूशन इंक और सिक्सेम प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा एक-एक प्लांट की स्थापना की जाएगी. पंजाब के मोहाली में कॉन्टिनेंटल डिवाइस इंडिया लिमिटेड के द्वारा सेमीकंडक्टर के यूनिट की स्थापना की जाएगी. इसके अलावा आंध्र प्रदेश में एडवांस सिस्टम इन पैकेज (ASIP) टेक्नोलॉजी के द्वारा यूनिट की स्थापना की जाएगी.
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