बिटकॉइन एक ऐसी डिजिटल करेंसी जो आज सबसे अधिक मूल्यवान है। क्रिप्टोकरंसी की दुनिया में टॉप पर बिटकॉइन है, जिसे खरीदने के लिए आज के समय आपको लाखों रुपये की प्रॉपर्टी बेचनी पड़ेगी। क्योंकि एक बिटकॉइन का भाव ही 97 लाख रुपये से ज्यादा है। लेकिन क्या आप जानते हैं, आज जो क्रिप्टोकरंसी $1,09,751.36 की है कभी उसका मूल्य 1 डॉलर भी नहीं था? चलिए आज जानते हैं कि बिटकॉइन की शुरुआत कब हुई और इसका पहला ट्रांजैक्शन क्या था।
बिटकॉइन की शुरुआत साल 2008 की बात है, जब इंटरनेट पर सातोशी नाकामोतो का नाम चर्चा में आया। जिन्होंने एक पेपर जारी किया। साथ में लिखा कि बिना बैंक और सरकार के चलने वाला डिजिटल पैसा, जिसका नाम बिटकॉइन था। सातोशी नाकामोतो कौन हैं, कहां है इसके बारे में कोई नहीं जानता। ना ही लोगों को यह पता है कि यह कोई अकेला व्यक्ति है या समूह। हालांकि कुछ लोगों का यह मानना है कि यदि इस क्रिप्टोकरंसी को शुरू करने वाले के बारे में पता होता तो यह इतना सफल नहीं हो पाता क्योंकि सरकार इसे अपने अधीन कर लेती।
बिटकॉइन का पहला लेनदेनसाल 2009 तक बिटकॉइन के जरिए किसी भी वस्तुओं को खरीदने के लिए ट्रांजैक्शन नहीं हुआ था। इसके बाद 22 मई 2010 को एक व्यक्ति ने $41 के दो पिज्जा खरीदने के लिए 10000 बिटकॉइन दिए थे। यह बिटकॉइन के इतिहास का पहला ट्रांजैक्शन था। सोचिए अगर उस व्यक्ति ने 10000 बिटकॉइन देकर पिज़्ज़ा ना खरीदा होता और उसे आज तक संभाल कर रखा होता तो उसकी नेटवर्थ $1,097,513,600 हो जाती।
बिटकॉइन के प्राइस में बढ़तबिटकॉइन के इस पहले लेनदेन के बाद ही बिटकॉइन का भाव $0.0041 पर आया। इसके बाद 6 मई 2016 को बिटकॉइन का प्राइस $500 से भी कम था। लेकिन उस समय से लेकर अब तक 24,195.27% की वृद्धि दर्ज हुई है। साल 2017 में पहली बार बिटकॉइन $1000 के पार गया। 5 साल पहले 31 अक्टूबर 2020 को इसका भाव ₹13,798 था। इसके 1 साल बाद ही 6 नवंबर 2021 को कीमत $61,000 से पार जा चुकी थी। केवल एक साल में ही बिटकॉइन ने 52% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक बिटकॉइन के भाव में 18% से ज्यादा की वृद्धि हो चुकी है।
बिटकॉइन में अभी भले ही मामूली गिरावट दर्ज हो रही है लेकिन कभी $1 के आसपास वाला बिटकॉइन 16-17 साल में $100000 के पार जा चुका है। पहले काफी समय तक कई निवेशकों ने इसे प्रयोग के तौर पर देखा। लेकिन आज व्यावसायिक कंपनियां, ऐसेट मैनेजर, हेजल फंड भी अपने पोर्टफोलियो में से शामिल कर रहे हैं।
बिटकॉइन की शुरुआत साल 2008 की बात है, जब इंटरनेट पर सातोशी नाकामोतो का नाम चर्चा में आया। जिन्होंने एक पेपर जारी किया। साथ में लिखा कि बिना बैंक और सरकार के चलने वाला डिजिटल पैसा, जिसका नाम बिटकॉइन था। सातोशी नाकामोतो कौन हैं, कहां है इसके बारे में कोई नहीं जानता। ना ही लोगों को यह पता है कि यह कोई अकेला व्यक्ति है या समूह। हालांकि कुछ लोगों का यह मानना है कि यदि इस क्रिप्टोकरंसी को शुरू करने वाले के बारे में पता होता तो यह इतना सफल नहीं हो पाता क्योंकि सरकार इसे अपने अधीन कर लेती।
बिटकॉइन का पहला लेनदेनसाल 2009 तक बिटकॉइन के जरिए किसी भी वस्तुओं को खरीदने के लिए ट्रांजैक्शन नहीं हुआ था। इसके बाद 22 मई 2010 को एक व्यक्ति ने $41 के दो पिज्जा खरीदने के लिए 10000 बिटकॉइन दिए थे। यह बिटकॉइन के इतिहास का पहला ट्रांजैक्शन था। सोचिए अगर उस व्यक्ति ने 10000 बिटकॉइन देकर पिज़्ज़ा ना खरीदा होता और उसे आज तक संभाल कर रखा होता तो उसकी नेटवर्थ $1,097,513,600 हो जाती।
बिटकॉइन के प्राइस में बढ़तबिटकॉइन के इस पहले लेनदेन के बाद ही बिटकॉइन का भाव $0.0041 पर आया। इसके बाद 6 मई 2016 को बिटकॉइन का प्राइस $500 से भी कम था। लेकिन उस समय से लेकर अब तक 24,195.27% की वृद्धि दर्ज हुई है। साल 2017 में पहली बार बिटकॉइन $1000 के पार गया। 5 साल पहले 31 अक्टूबर 2020 को इसका भाव ₹13,798 था। इसके 1 साल बाद ही 6 नवंबर 2021 को कीमत $61,000 से पार जा चुकी थी। केवल एक साल में ही बिटकॉइन ने 52% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक बिटकॉइन के भाव में 18% से ज्यादा की वृद्धि हो चुकी है।
बिटकॉइन में अभी भले ही मामूली गिरावट दर्ज हो रही है लेकिन कभी $1 के आसपास वाला बिटकॉइन 16-17 साल में $100000 के पार जा चुका है। पहले काफी समय तक कई निवेशकों ने इसे प्रयोग के तौर पर देखा। लेकिन आज व्यावसायिक कंपनियां, ऐसेट मैनेजर, हेजल फंड भी अपने पोर्टफोलियो में से शामिल कर रहे हैं।
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