धनतेरस-दीवाली जैसे त्योहार के समय सोने की कीमतें आसमान पर पहुंच चुकी है। लेकिन त्यौहारी सीजन में लोग गहने खरीदना पसंद करते हैं। ऐसे में अब लोग असली सोने की जगह पेपर कास्टिंग ज्वेलरी खरीद रहे हैं। इन प्रकार के गहनों में उन्हें सोने के गहनों के जैसे रॉयल लुक भी मिल जाता है. और ज्यादा पैसे भी नहीं देने पड़ते हैं। क्या आप जानते हैं पेपर कास्टिंग ज्वेलरी क्या होती है? चलिए जानते हैं।
पेपर कास्टिंग ज्वेलरी क्या होती है?यह गहने देखने में बिल्कुल असली सोने के गहनों के जैसे होते हैं। लेकिन यह बहुत हल्के होते हैं। असली सोने की अपेक्षा इनका वजन कम होता है, इनकी कीमतें भी कम होती है इसलिए त्यौहारी सीजन और शादियों के समय अब यह लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं।
अंदर से खोखली होती है पेपर कास्टिंग ज्वैलरीइस प्रकार के गहनें पूरी तरह से सोने के नहीं बने होते हैं। इनमें केवल ऊपरी परत ही सोने की होती है और अंदर से ये गहनें पूरी तरह से खोखले होते हैं, इसलिए इनका वजन बहुत कम होता है। गहनों के ऊपर केवल सोने की शीट चढ़ाई जाती है ताकि यह दिखने में बिल्कुल असली सोने के गहनों के जैसे दिखे। यह सस्ते में मिल जाते हैं और असली सोने के गहनों के जैसे ही होते हैं इसलिए लोग अब इन्हें ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
लोगों की बदल रही पसंद?सोने की बढ़ती कीमतों ने लोगों की पसंद भी बदल दी है। पहले जहां लोग असली सोना खरीदना पसंद करते थे, जो भारी और अच्छी कीमत वाला हो लेकिन, अब वहीं लोग सस्ता सोना खरीदने के विकल्प तलाश रहे हैं। क्योंकि असली सोना खरीदना कई लोगों के बजट से बाहर जा चुका है। दूसरी बात असली सोने के गहनों की तुलना में इन गहनों में कई वैरायटी मिलती है, जो ग्राहकों को काफी आकर्षित करती है। कई लोग ऐसे होते हैं जो हर फंक्शन में नए गहने पहनना पसंद करते हैं। ऐसे में पेपर कास्टिंग गहने इन लोगों के लिए ज्यादा बेहतर होते हैं।
ये है नुकसानसोने के गहनों को यदि हम बाद में बेचते हैं तो उनकी रीसेल वैल्यू अच्छी खासी मिल जाती है। लेकिन पेपर कास्टिंग ज्वेलरी की रीसेल वैल्यू बहुत कम होती है। जैसे आप निवेशक के तौर पर सोना खरीदते हैं वैसे इन्हें लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के परपस से नहीं खरीदा जा सकता। लेकिन बढ़ती सोने की कीमतों के बीच यदि आप बजट और डिजाइन का संतुलन बनाना चाहते हैं तो यह गहन आपके लिए बेहतर हो सकते हैं।
पेपर कास्टिंग ज्वेलरी क्या होती है?यह गहने देखने में बिल्कुल असली सोने के गहनों के जैसे होते हैं। लेकिन यह बहुत हल्के होते हैं। असली सोने की अपेक्षा इनका वजन कम होता है, इनकी कीमतें भी कम होती है इसलिए त्यौहारी सीजन और शादियों के समय अब यह लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं।
अंदर से खोखली होती है पेपर कास्टिंग ज्वैलरीइस प्रकार के गहनें पूरी तरह से सोने के नहीं बने होते हैं। इनमें केवल ऊपरी परत ही सोने की होती है और अंदर से ये गहनें पूरी तरह से खोखले होते हैं, इसलिए इनका वजन बहुत कम होता है। गहनों के ऊपर केवल सोने की शीट चढ़ाई जाती है ताकि यह दिखने में बिल्कुल असली सोने के गहनों के जैसे दिखे। यह सस्ते में मिल जाते हैं और असली सोने के गहनों के जैसे ही होते हैं इसलिए लोग अब इन्हें ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
लोगों की बदल रही पसंद?सोने की बढ़ती कीमतों ने लोगों की पसंद भी बदल दी है। पहले जहां लोग असली सोना खरीदना पसंद करते थे, जो भारी और अच्छी कीमत वाला हो लेकिन, अब वहीं लोग सस्ता सोना खरीदने के विकल्प तलाश रहे हैं। क्योंकि असली सोना खरीदना कई लोगों के बजट से बाहर जा चुका है। दूसरी बात असली सोने के गहनों की तुलना में इन गहनों में कई वैरायटी मिलती है, जो ग्राहकों को काफी आकर्षित करती है। कई लोग ऐसे होते हैं जो हर फंक्शन में नए गहने पहनना पसंद करते हैं। ऐसे में पेपर कास्टिंग गहने इन लोगों के लिए ज्यादा बेहतर होते हैं।
ये है नुकसानसोने के गहनों को यदि हम बाद में बेचते हैं तो उनकी रीसेल वैल्यू अच्छी खासी मिल जाती है। लेकिन पेपर कास्टिंग ज्वेलरी की रीसेल वैल्यू बहुत कम होती है। जैसे आप निवेशक के तौर पर सोना खरीदते हैं वैसे इन्हें लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के परपस से नहीं खरीदा जा सकता। लेकिन बढ़ती सोने की कीमतों के बीच यदि आप बजट और डिजाइन का संतुलन बनाना चाहते हैं तो यह गहन आपके लिए बेहतर हो सकते हैं।
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