भारतीय दिगग्ज ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दी, जिसके बाद से क्रिकेट जगत प्रतिक्रिया दे रहा है। इसी क्रम में पूर्व भारतीय क्रिकेटर कृष्णमाचारी (क्रिस) श्रीकांत ने कहा कि अगर विराट टेस्ट से संन्यास नहीं लेते तो वह उन्हें कप्तानी करने के लिए मना लेते।
बता दें कि जब सेलेक्शन कमिटी के चेयरमैन थे, तो उन्होंने विराट की प्रतिभा को सपोर्ट किया और 2012 में विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया मे अपना पहला शतक बनाकर अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में छाप छोड़ने के मजबूत संकेत दिए। अब श्रीकांत ने उनके संन्यास के बाद प्रतिक्रिया दी है।
सेलेक्टर्स को उन्हें मना लेना चाहिए था- क्रिस श्रीकांतक्रिस श्रीकांत ने रेवस्पोर्ट्ज के साथ बातचीत में कहा, ‘उनके पास बेहद खास प्रतिभा थी। हम सभी को उनकी ईमानदारी, निष्ठा और हर चीज पसंद थी। उस समय वह बहुत मेहनती लड़के थे। और हम सभी को ऐसा लगा कि उनमें काफी क्षमता है। इसलिए हमने ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए बाकी सभी से आगे उन्हें रखा और चयन किया।’
उन्होंने आगे कहा, ‘जाहिर है कि जब आप चयनकर्ता के तौर पर किसी युवा को चुनते हैं, तो आप हमेशा यह सोचकर उसे चुनते हैं कि वह भविष्य में बहुत सफल होगा। लेकिन किसी ने इतना दूर तक नहीं सोचा। और बाकी सब इतिहास है।’
65 वर्षीय एस श्रीकांत ने जोर देकर कहा कि अगर इस समय वह चयनकर्ता होते तो उन्हें कप्तानी के लिए कहते और भारत को टेस्ट में वापस गौरव दिलाकर छोड़ने के लिए बोलते। उन्होंने कहा, ‘सेलेक्टर्स को उन्हें मना लेना चाहिए था। अगर मैं वहां होता, तो मैं उनसे बात करता और उन्हें इंग्लैंड में भारत की कप्तानी करने के लिए कहता। भारत के टेस्ट क्रिकेट के गौरवशाली दिनों को वापस लाएं और फिर संन्यास लें। इससे यह एक बेहतरीन अंत होता।’
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