टेस्ट क्रिकेट, जो धैर्य और तकनीक का खेल माना जाता है, में छक्के लगाना किसी बल्लेबाज की आक्रामकता और आत्मविश्वास को दर्शाता है। भारतीय क्रिकेट इतिहास में कुछ ऐसे बल्लेबाज रहे हैं, जिन्होंने टेस्ट में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से गेंदों को बाउंड्री पार भेजने का हुनर दिखाया। वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, महेंद्र सिंह धोनी, रवींद्र जडेजा और सचिन तेंदुलकर इस सूची में शीर्ष पर हैं। आइए, 2025 तक भारत के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले इन खिलाड़ियों पर नजर डालते हैं।
वीरेंद्र सहवाग: टेस्ट के सिक्सर किंगवीरेंद्र सहवाग टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा 90 छक्के (178 पारी) लगाने वाले बल्लेबाज हैं। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने टेस्ट क्रिकेट की परिभाषा ही बदल दी। सहवाग की खासियत थी कि वह गेंदबाजों पर शुरू से हावी होकर खेलते थे। उनके दो तिहरे शतक इस बात का सबूत हैं कि वह लंबी पारी को भी विस्फोटक बना सकते थे।
रोहित शर्मा: हिटमैन का जलवारोहित शर्मा 88 छक्कों (116 पारी) के साथ दूसरे स्थान पर हैं। “हिटमैन” के नाम से मशहूर रोहित ने टेस्ट में सलामी बल्लेबाज के रूप में शानदार प्रदर्शन किया। उनकी लंबी छक्के मारने की क्षमता ने उन्हें इस सूची में ऊपर पहुंचाया। कम पारियों में इतने छक्के लगाना उनकी आक्रामक शैली का परिचय देता है।
ऋषभ पंत: नया सिताराऋषभ पंत ने केवल 79 पारी में 76 छक्के लगाकर तीसरा स्थान हासिल किया है। उनकी बेपरवाह बल्लेबाजी ने टेस्ट क्रिकेट में कई यादगार पारियां दीं। पंत का आक्रामक रवैया और मुश्किल परिस्थितियों में छक्के जड़ने की कला उन्हें खास बनाती है।
धोनी, जडेजा और तेंदुलकर का योगदानमहेंद्र सिंह धोनी (78 छक्के, 144 पारी) ने अपनी कप्तानी और बल्लेबाजी से टेस्ट में छक्कों की बारिश की। रवींद्र जडेजा (69 छक्के, 119 पारी) ने ऑलराउंडर के रूप में निचले क्रम में आकर कई बार टीम को संकट से उबारा। सचिन तेंदुलकर (69 छक्के, 329 पारी) ने अपने लंबे करियर में तकनीक के साथ आक्रामकता का मिश्रण दिखाया।
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