अजमेर जिले में रहने वाले दो किसानों के साथ बड़ी धोखाधड़ी सामने आई है, जिसमें उनके दस्तावेजों का दुरुपयोग कर 144 करोड़ 26 लाख रुपये का लेन-देन किया गया। पीड़ितों के अनुसार, उनके नाम से बैंकों में फर्जी खाते खोले गए और लेनदेन किया गया, जिसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। सरवाड़ निवासी रामराज चौधरी ने बताया कि 3 अप्रैल को आयकर विभाग से नोटिस मिलने पर उन्हें पता चला कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में उनके पैन कार्ड का फर्जी इस्तेमाल कर नितिया अप्सिम नाम की कंपनी खोली गई और कोटक महिंद्रा बैंक में खाता खोला गया। चौधरी का दावा है कि उन्होंने न तो कोई खाता खोला और न ही कभी बैंक में दस्तावेज जमा किए।
जीएसटी विभाग और साइबर क्राइम से मिला नोटिस
दूसरा मामला अजमेर जिले के भिनाय निवासी ओमप्रकाश पुत्र गोपाललाल गुर्जर का है। उन्हें 28 जनवरी 2025 को जीएसटी विभाग दिल्ली से अंग्रेजी में एक नोटिस मिला, जिसे वे समझ नहीं पाए। इसके बाद, उन्हें 24 फरवरी और फिर 30 मई को साइबर क्राइम बैंगलोर से दो और नोटिस मिले। ओमप्रकाश ने बताया कि उन्हें इस सब की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी। उन्होंने 21 अप्रैल 2025 को बिजयनगर कोर्ट में मामला दर्ज कराया।
शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं
पीड़ितों ने आरोप लगाया कि दस्तावेजों का दुरुपयोग करने से पहले, उनसे पैन और आधार कार्ड मांगे गए, जो उन्होंने एक बार एक स्थानीय व्यक्ति को मोटरसाइकिल लोन दिलाने में मदद के लिए दिए थे। दोनों पीड़ितों ने बिजयनगर और भिनाय थाने में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। निराश होकर, पीड़ितों ने अजमेर एसपी वंदिता राणा से संपर्क किया और कार्रवाई की मांग की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, पूरे मामले की जाँच की जा रही है और संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय करके कार्रवाई की जा रही है।
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