आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने भाजपा विधायक कंवरलाल मीना की सदस्यता रद्द नहीं करने पर सवाल उठाए हैं। राठौड़ ने कहा कि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ लोकसभा में तुरंत कार्रवाई की गई, लेकिन राजस्थान में भाजपा विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, यह सीधे तौर पर संविधान पर हमला है। राठौड़ गुरुवार को अजमेर दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। आरटीडीसी के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस पार्टी देशभर में संविधान बचाओ आंदोलन चला रही है। देश का संविधान संकट में है। संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं।
संवैधानिक संस्थाओं ईडी और इनकम टैक्स का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा- कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ जब कोर्ट का फैसला आया तो 24 घंटे के अंदर उनकी सदस्यता छीन ली गई। लोकसभा अध्यक्ष ने इतनी तेजी से कार्रवाई की और सदस्यता छीन ली गई। आनन-फानन में उनका आवास खाली करा दिया गया।
विधानसभा अध्यक्ष पर लगाए गंभीर आरोप
राठौड़ ने कहा कि दूसरी ओर, एसडीएम पर बंदूक तानने के मामले में कोर्ट ने 1 मई को भाजपा विधायक कंवरलाल को 3 साल की सजा सुनाई है। उम्मीद थी कि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी भी वैसी ही तत्परता दिखाएंगे, जैसी तत्परता लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल गांधी की सदस्यता को लेकर दिखाई। उम्मीद थी कि वे संविधान को ऊंचा रखेंगे। लेकिन दुर्भाग्य से वे भी संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं।विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली ने चार बार मुलाकात की और विधायक की सदस्यता तत्काल रद्द करने का अनुरोध करने के लिए टेलीफोन किया। लेकिन उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया। यह दोहरा व्यवहार है। राठौड़ ने कहा कि कंवरलाल की सदस्यता इसलिए वापस नहीं ली गई, क्योंकि वे भाजपा विधायक हैं। राहुल गांधी कांग्रेस नेता और प्रधानमंत्री के खिलाफ बोल रहे हैं, इसलिए उनकी सदस्यता तुरंत वापस ले ली गई। यह संविधान पर सीधा हमला है। यह विधानसभा अध्यक्ष पद की गरिमा के खिलाफ है।
एक समुदाय विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है
राठौड़ ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद पर आने के बाद वासुदेव देवनानी ने अधिकारियों के साथ 65 से अधिक बैठकें की हैं। लेकिन आज भी पानी की समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। अजमेर में पानी, बिजली व अन्य समस्याएं सभी ठप हैं। एक समुदाय विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री का पुतला जलाया था। लोकतंत्र में यह सबका अधिकार है। कार्यकर्ताओं पर मुकदमे दर्ज किए गए हैं। भाजपा नेता सोशल मीडिया पर टिप्पणियां पोस्ट कर रहे हैं। इसकी शिकायत एसपी को दी गई, लेकिन उनके खिलाफ मुकदमा तक दर्ज नहीं किया गया। यह एक तरह की गुंडागर्दी है।
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